Rajgarh Suicide: 'मेरी मौत का जिम्मेदार रवि सोपनिया है', सुसाइड नोट लिख तालाब में कूदकर बैंक कर्मी ने दी जान
MP: राजगढ़ में फर्जी ट्रांजैक्शन का आरोप लगने पर एक बैंक कर्मचारी ने तालाब में कूदकर अपनी जान दे दी. य़ुवक ने सुसाइड नोट में अपनी मौत का जिम्मेदार राजगढ़ के ही रहने वाले रवि सोपनिया को बताया है.
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के राजगढ़ (Rajgarh) जिले के खिलचीपुर में गुरुवार को घर से लापता हुए एक युवक का शुक्रवार सुबह तालाब से शव बरामद हुआ है. युवक बैंककर्मी है, जिसने मरने से पहले दो सुसाइड नोट लिख कर छोड़े हैं. युवक के पास से मिले सुसाइड नोट में लिखा है कि 'मेरी मौत का जिम्मेदार राजगढ़ में रहने वाला रवि सोपनिया है.' वहीं दूसरे सुसाइड नोट में लिखा 6 महीने बाद होने वाली बहन की शादी को कैंसिल नहीं करने की बात कही है. मृतक के भाई ने अपने भाई की मौत के लिए अपने कॉपरेटिव बैंक के कर्मचारी व अधिकारी को जिम्मेदार बताया है. युवक प्रदीप राणा सहकारिता बैंक में अपने पिता की अनुकंपा पर 2020 से क्लर्क के पद पर काम कर रहा था.
बताया जा रहा है कि बैंक में फर्जी तरीके से हुए ट्रांजैक्शन को लेकर युवक प्रदीप राणा का नाम सामने आ रहा था और प्रदीप राणा का कहना था कि मुझे गलत तरीके से फंसाया गया है जिसको लेकर वहां परेशान था और तालाब में कूद गया. दरअसल, खिलचीपुर के गायत्री कालोनी में कोर्ट के सामने रहने वाला युवक प्रदीप राणा (28) घर से गुरुवार को सुबह बिना बताए लापता हो गया था. परिजनों ने उसका मोबाइल बन्द आने पर उसकी तलाश शुरू की उसी दौरान खिलचीपुर तहसील के सामने स्थित रानी बाग के तालाब के पास युवक की जाकेट, मोबाइल व एक सुसाइड नोट पड़ा मिला. वहीं दूसरा सुसाइड नोट घर से बरामद हुआ जिसके बाद युवक की आत्महत्या की आशंका जताते हुए परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी.
परिजनों ने शव लेने से किया मना
युवक के तालाब में डूबने की खबर फैलते ही तालाब के आस पास लोगों की भीड़ लग गई. तालाब में अधिक पानी होने पर खिलचीपुर पुलिस ने युवक की तलाश करने के लिए राजगढ़ से रेस्क्यू टीम को बुलाया और बोट की मदद से दोपहर में शुरू हुआ रेस्क्यू शाम 7 बजे तक चला, लेकिन युवक का कुछ पता नहीं चला. अंधेरा अधिक होने के कारण रेस्क्यू बंद कर दिया गया इसके बाद शुक्रवार को युवक की तलाश के लिए तालाब में फिर रेस्क्यू चलाया गया, जिसमें मछली की जाल बिछाई गई उसमें युवक का शव फंस गया जिसको पुलिस ने बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. वहीं परिवार वालों ने शव लेने से मना कर दिया उनका कहना है जब तक आरोपी गिरफ्तार नहीं होगा तब तक हम शव नहीं लेंगे ना ही उसका अंतिम संस्कार करेंगे.
इसके बाद परिजनों ने तहसील चौराहे पर जाम लगा दिया जिसके बाद पुलिस की समझाइश के बाद जाम खुलवाया गया. पुलिस ने मृतक के परिजनों को आश्वासन दिया कि जल्दी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा, लेकिन परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार नहीं किया है.