जबलपुर: मध्यप्रदेश में कोरोना (Coronavirus) के बढ़ते मामलों के बीच स्कूल भी खुल गए है. ऐसे में अभिभावकों की चिंता भी बढ़ गई है. अभिभावक स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है. हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा से जुड़े सभी एसओपी का पालन किया जा रहा है.
मध्य प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या हुई 150
बता दे कि एमपी में 17 जून से कक्षा एक से लेकर बारहवीं तक के स्कूल खुल गए है.लेकिन इसी बीच कोरोना की चौथी लहर को लेकर भी लोग चिंतित हैं. बता दें कि मध्य प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर के बाद पहली बार 24 घंटे में 126 मरीज सामने आए हैं. इसके अलावा राजधानी भोपाल में कोविड से एक व्यक्ति की मौत भी दर्ज की गई है. इसके साथ ही मध्य प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 550 पर पहुंच गई है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक इस दौरान 65 लोग कोरोना से स्वस्थ्य भी हुए हैं.
स्कूलों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं
कोरोना के बढ़ते मामलों ने स्कूली छात्रों के अभिभावकों को चिंता में डाल दिया है.अभी तक शासन स्तर पर स्कूलों के लिए कोई विशेष निर्देश नहीं दिए गए है लेकिन जबलपुर के जिला शिक्षा अधिकारी डॉ घनश्याम सोनी का कहना है कि फिलहाल पुरानी एसओपी के हिसाब से स्कूलों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए है.सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने के लिए बच्चों को जागरूक किया जा रहा है.उन्हें बार-बार साबुन से हाथ धोने को भी कहा गया है.इसके साथ ही किसी बच्चे में सर्दी-खांसी या कोविड के अन्य लक्षण पर स्कूल न आने और तुरंत जांच कराने के निर्देश दिए गए है.
कोरोना के बढ़ते आंकड़ों ने अभिभावकों को किया चिंतित
वहीं,कक्षा 11वीं के छात्र सुबोध शर्मा के पिता राजेश शर्मा का कहना है कि कोरोना के बढ़ते आंकड़े चिंता में डाल रहे हैं. सरकार को समय रहते बच्चों की सुरक्षा से जुड़े निर्णय तुरंत लेने चाहिए.गौरतलब है कि कोरोना काल के दो साल बाद पहली बार केवल ऑफलाइन मोड़ में स्कूल शुरू किए गए है.बच्चों को भी इसमें एडजस्ट करने में तकलीफ हो रही है.कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सरकार को फिर सतर्कता और सावधानी के साथ स्कूल शुरू करने की व्यवस्था करनी होगी.
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