Madhya Pradesh News: सूडान, तंजानिया सहित देश-विदेश के ऐसे स्टूडेंट जिनके पास हिंदी भाषा को लेकर अधिक जानकारी नहीं है, उन्हें उज्जैन की विक्रम यूनिवर्सिटी हिंदी का बेसिक पाठ्यक्रम पढ़ाने जा रही है. यह पाठ्यक्रम अपने आप में अनूठा है और मध्य प्रदेश का एकमात्र ऐसी यूनिवर्सिटी है जहां हिंदी को प्रोत्साहन देने के लिए पहल की गई है. इस पहल का स्टूडेंट्स द्वारा भी स्वागत किया जा रहा है. विक्रम यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ अखिलेश पांडेय ने बताया कि विक्रम यूनिवर्सिटी में देश ही नहीं बल्कि विदेशों के स्टूडेंट पढ़ाई करने के लिए आते हैं. राष्ट्रीय नीति के अनुसार स्टूडेंट्स को हिंदी की भी अनिवार्यता रहती है.


ऐसी स्थिति में दूसरे प्रदेश और विदेश से आने वाले स्टूडेंट्स को हिंदी भाषा को लेकर काफी कठिनाइयां आती है. इसे दूर करने के लिए विक्रम यूनिवर्सिटी द्वारा हिंदी का पाठ्यक्रम शुरू किया जा रहा है. इस पाठ्यक्रम के जरिए स्टूडेंट्स को बेसिक पाठ पढ़ाया जाएगा. इसमें आम बोलचाल की भाषा के शब्द से लेकर लिपि भी समझाई जाएगी, ताकि वे हिंदी का बेसिक ज्ञान लेकर रोजमर्रा के कामकाज में भी किसी प्रकार की कठिनाई ना उठाएं. उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश की विक्रम यूनिवर्सिटी पहली ऐसी यूनिवर्सिटी बन गई है जहां पर हिंदी का बेसिक पाठ्यक्रम सिखाया जाएगा. इसे लेकर पूरी तैयारियां कर ली गई हैं.


तीन दशक पहले मॉरीशस से आते थे स्टूडेंट्स
विक्रम यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ शैलेंद्र शर्मा ने बताया कि वर्तमान में केंद्र सरकार के भारतीय संस्कृति संबंध परिषद द्वारा विदेशी स्टूडेंट्स को देश की अलग-अलग यूनिवर्सिटी में दाखिला दिलवाने के लिए प्रोत्साहन दिया जा रहा है, लेकिन तीन दशक पहले विक्रम यूनिवर्सिटी में हिंदी पढ़ने और हिंदी पर रिसर्च करने के लिए मॉरीशस से बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स आते रहे हैं.  1985 तक मॉरीशस के स्टूडेंट्स का विक्रम यूनिवर्सिटी आना जारी था मगर अब मॉरीशस में बड़े प्लेटफार्म उपलब्ध हो जाने की वजह से यहां आने वाले स्टूडेंट्स की संख्या में कमी आई है. इसी कमी को दूर करने की दृष्टि से हिंदी का बेसिक पाठ्यक्रम शुरू किया जा रहा है.


नमस्कार! कैसे हैं आप?
विक्रम यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ शैलेंद्र शर्मा ने बताया कि असम, आंध्र प्रदेश, केरल, हरियाणा सहित देश के अलग-अलग कोने से भी स्टूडेंट्स का आगमन हो रहा है. केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा के तहत विक्रम यूनिवर्सिटी में दाखिला पाने के लिए 2 लाख 80 हजार स्टूडेंट्स ने प्रवेश परीक्षा दी थी. वर्तमान में 25 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स यहां पर पढ़ाई कर रहे हैं. ऐसे में हिंदी भाषा के जरिए भारतीय संस्कृति को करीब से देखने वाले स्टूडेंट्स की कमी नहीं है. इन स्टूडेंट्स के लिए विक्रम यूनिवर्सिटी ने सुनहरा मौका सामने रखा है. हिंदी में बेसिक बोलचाल की भाषा जैसे नमस्कार, कैसे हैं आप ? हम ठीक हैं, जैसे शब्दों के जरिए समझाया जाएगा. इसी प्रकार से लिपि भी सिखाई जाएगी. 



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