Tiger State MP: मध्य प्रदेश के पास टाइगर स्टेट का ताज रहेगा या जाएगा? सितंबर तक आ सकते हैं टाइगर सेंसेस के नतीजे
MP News: देहरादून के भारतीय वन्य जीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) द्वारा करवाए जा रहे टाइगर सेंसेस 2022 में एमपी के 1858 फॉरेस्ट बीट में बाघों की मौजूदगी के निशान मिले हैं. इसके नतीजे सितंबर तक आ सकते हैं.
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के पास टाइगर स्टेट (Tiger State) का तमगा इस साल भी बरकरार रहने की उम्मीद है. यहां बाघों की संख्या को लेकर अच्छे संकेत मिल रहे हैं. भारतीय वन्य जीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) देहरादून की ओर से करवाये जा रहे राष्ट्रीय बाघ आकलन (Tiger Census) 2022 में मध्य प्रदेश की 1858 फॉरेस्ट बीट में बाघों की मौजूदगी के निशान मिले हैं. वन जीव के जानकार मध्य प्रदेश की पहचान के लिए टाइगर की आबादी में बढ़ोतरी को शुभ संकेत बता रहे हैं. टाइगर सेंसेस 2018 के नतीजे जुलाई 2019 में जारी हुए थे.उस समय मध्य प्रदेश में सर्वाधिक 526 बाघ मिले थे. इससे मध्य प्रदेश को टाइगर स्टेट का खिताब मिला था.
सिर्फ दो बाघों के चलते पीछे हुआ कर्नाटक
उस समय मध्य प्रदेश के 1432 बीट में ही बाघों की मौजूदगी के निशान मिले थे. केवल 2 बाघ कम होने की वजह से कर्नाटक ने अपना 8 साल पुराना टाइगर स्टेट का दर्जा खो दिया था. टाइगर सेंसेस 2022 के नतीजे सितंबर तक आने की संभावना है. इस प्रक्रिया के दौरान राज्य के साढ़े 8 हजार से ज्यादा वन बीट पर बाघ की मौजूदगी के निशान तलाशे गए. चार साल में बाघों की मौजूदगी वाले नए वन बीट में 426 बाघों का इजाफा दर्ज किया गया. राज्य में बाघों की संख्या 625 से अधिक होने की संभावना है.
वाइल्ड लाइफ विशेषज्ञ ने बताया
मध्य प्रदेश के सेवानिवृत्त पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ नरेंद्र कुमार के अनुसार टाइगर सेंसेस 2022 को लेकर हुए सर्वे में मध्य प्रदेश के 18 सौ से ज्यादा बीट में बाघों की मौजूदगी के निशान मिले हैं. इसकी संख्या बढने की भी उम्मीद है. बाघ नए बीट का रुख तभी करते हैं जब उनके लिए जंगल मे बेहतर और अनुकूल माहौल मिलता है.
पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ मध्य प्रदेश जेएस चौहान के मुताबिक डब्ल्यूआइआइ की ओर से सितंबर तक बाघ सेंसेस 2022 की रिपोर्ट जारी करने का अनुमान है. पहले शार्ट डिटेल आएगी उसके एक माह बाद विस्तृत विवरण आने की संभावना है.