MP News: मध्य प्रदेश में पैक्स सहकारी समितियों (Co-operative Society) में कार्यरत लगभग 55000 कर्मचारियों ने 16 अगस्त को हड़ताल शुरू की थी. सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया (Arvind Bhadoriya) द्वारा 12 सितंबर को कर्मचारियों को आश्वासन दिया गया था कि उनकी भी महापंचायत बुलाकर मानदेय बढ़ाया जाएगा, हड़ताल स्थगित कर दी जाए. मंत्रीजी के आश्वासन के बाद पैक्स कर्मचारियों ने हड़ताल स्थगित कर दी थी, लेकिन अब तक पैक्स कर्मचारियों की महापंचायत नहीं बुलाई गई है, जबकि दो बार तारीख भी निर्धारित हो चुकी थी.


पैक्स कर्मचारी संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक मिश्रा, मप्र सहकारी संस्थाएं कर्मचारी संघ अध्यक्ष सजेन्द्र सिंह खिंची, प्रदेश अध्यक्ष सहकारिता समिति बीएस चौहान, प्रदेश अध्यक्ष प्राथमिक सहकारी समिति कर्मचारी संघ के रामचंद्र शर्मा ने बताया कि संगठन द्वारा 16 अगस्त से काम बंद हड़ताल की जा रही थी. प्रदेश के सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया द्वारा आश्वासन दिया गया था कि 15 सितंबर को पैक्स कर्मचारियों की महापंचायत का आयोजन किया गया है. इसमें वेतनमान का लाभ दिया जाएंगा. 


हमें भ्रम में रख रहे- पैक्स कर्मचारी
बाद में इस तारीख को आगे बढ़ाते हुए 23 सितंबर कर दी, लेकिन अचानक से 20 सितंबर को जानकारी दी गई कि 23 सितंबर को महापंचायत नहीं हो सकती. संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि इस तरह से तारीखें आगे बढ़ाकर पैक्स कर्मचारियों को भ्रम में रखा जा रहा है, इससे कर्मचारियों में आक्रोश है. पैक्स कर्मचारियों ने फिर चेतावनी दी है कि मानदेय के आदेश और पंचायत की तिथि फिक्स नहीं होती है तो दोबारा आंदोलन किया जाएगा.


26 तारीख से फिर आंदोलन
पैक्स कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि महापंचायत की तारीख निर्धारित नहीं होती है तो 26 सितंबर से फिर आंदोलन किया जाएगा. संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि हड़ताल से पीडीएस दुकान, रासायनिक खाद, बचत बैंक, ऋण वसूली, उपार्जन का पंजीयन प्रभावित होंगे. पदाधिकारियों ने बताया कि प्रदेश स्तर पर 4500 सहकारी समितियां, 22 हजार पीडीएस दुकानें हैं, जिसमें कार्यरत प्रभारी, प्रबंधक, सहायक प्रबंधक, लेखापाल, लिपिक, कैशियर, ऑपरेटर, विक्रेता, कनिष्ठ विक्रेता, भृत्य व चौकीदार सभी के दौरान अनिश्चतकालीन काम बंद हड़ताल की जाएगी.


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