MP News: छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री और विवादों का मानों गहरा नाता ही हो गया है. हर जगह कथा से पहले पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का जमकर विरोध होता है. हालांकि कथाओं के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ नए रिकार्ड बनाती आ रही है. हाल ही में बिहार में आयोजित हुई कथा के दौरान भी यही नजारा देखने को मिला. कथा से पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव-राबड़ी देवी यादव के पुत्र बिहार के मंत्री तेजप्रताप यादव ने पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का विरोध भी किया था. हालांकि कथा के दौरान यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ दिखी. अब मध्य प्रदेश के बालाघाट में पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की कथा का आदिवासी समाज द्वारा विरोध जताया जा रहा है. आदिवासी समाज की नाराजगी का कारण बीते दिनों पंडित शास्त्री द्वारा 'जंगली' शब्द का उपयोग किया गया था, जिससे आदिवासी समाज में रोष है.


बता दें कि 25 नई से मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले के परसवाड़ा में पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की दो दिवसीय कथा का आयोजन हो रहा है. हालांकि कथा को लेकर यहां आदिवासी संगठन जमकर विरोध जता रहे हैं. आदिवासी संगठन द्वारा कोर्ट में याचिका दायर की थी. आदिवासी समाज के विरोध का कारण है कि जिस जगह पर कथा हो रही है, वो उनके आराध्य बड़ा देव का स्थान है. ये पूरी तरह से आदिवासी क्षेत्र है. ये आयोजन आदिवासी संस्कृति पर अतिक्रमण है. 


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आदिवासी संगठनों का आरोप है कि पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने बीते दिनों कथा के दौरान कहा था कि वे जंगली आदिवासियों के बीच कथा करने जा रहे हैं. आदिवासी संगठन का तर्क है कि अब वक्त बदल चुका है. भारत के ऊंचे-ऊंचे पदों पर आदिवासी समाज के लोग आसीन हैं. देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी आदिवासी हैं. प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल भी आदिवासी हैं. ऐसे में कोई कथा वाचक आदिवासियों को 'जंगली' कैसे कह सकता है.


दिव्य दरबार भी लगेगा


आयोजकों के अनुसार 25 मई से दो दिवसीय पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की कथा का आयोजन होने जा रहा है. आयोजन से पूर्व 24 घंटे रामधुन का कार्यक्रम आयेाजित किया गया. कथा वाचन से पहले पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री द्वारा शाम चार बजे से दिव्य दरबार का आयोजन है. जबकि देर शाम को कथा का आयोजन होगा. पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की कथा को लेकर क्षेत्र सहित आसपास के अंचलों के श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह बना हुआ है.


पंडित धीरेन्द्र शास्त्री के विवाद


बता दें पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के कथा से पहले विवाद उत्पन्न हो रहे हैं. बीते दिनों महाराष्ट्र में आयोजित हुई कथा के दौरान भी संगठन के सदस्य द्वारा पंडित शास्त्री पर आरोप लगाए थे. जबकि बीते दिनों पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री द्वारा हैह्यवंशी समाज के आराध्य देव सहस्त्रबाहू अर्जुन के खिलाफ की गई टिप्पणी को लेकर समाजजनों ने जबरदस्त विरोध किया था. पूरे देश भर में पंडित शास्त्री के पुतले जलाए गए थे. इसक बाद बिहार में कथा से पूर्व बिहार के मंत्री तेजप्रताप यादव ने विरोध जताया था. मंत्री तेजप्रताप यादव ने पंडित धीरेन्द्र शास्त्री से सामना करने के लिए युवाओं की टोली भी बनाई थी. इधर अब बालाघाट में विरोध रहा है.