Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में एक 24 वर्षीय लड़की के पास लकवा ग्रस्त मरीज हॉस्पिटल छोड़ कर पहुंचते नजर आ रहे हैं. इस बात पर विश्वास करें या अन्धविश्वास कहे लेकिन युवती के पास कई मरीजों की भीड़ उमड़ती हुई देखी जा रही है. दरअसल इंदौर के बापट चौराहे पर पिछले कई दिनों से हरदा की रहने वाली एक लड़की जिसकी उम्र 24 वर्ष है, बिल्कुल साधारण सी दिखने वाली इस लड़की द्वारा लकवा ग्रस्त मरीजों का इलाज करने का दावा किया जा रहा है. वह अपने अंदर मातारानी की शक्ति होने की बात कह रही है. जिससे मरीजों के ऊपर हाथ लगाकर उन्हें सही करने का दावा कर रही है और इस दावे को लेकर कई लोग इलाज के लिए उसके पास भी जा रहे हैं एक नहीं वहां पर सैकड़ों की संख्या में मरीजों की संख्या साफ तौर पर देखी जा सकती है.
वहीं इलाज कर रही लड़की के अनुसार वह हरदा की रहने वाली है और उसका नाम रुकमणी चंदेला है. उसने कहा कि वह एक बार जब नर्मदा नहाने गई थी तो वहां पर उसने एक लड़की की जान बचाई थी तभी से उसे यह शक्ति प्राप्त हुई है. वह इस इलाज के लिए मरीजों से ₹1 भी नहीं लेती क्योंकि उसका मानना है कि अगर उसने रुपए ले लिए तो उससे यह शक्ति वापस चली जाएगी जो मरीज आते हैं उनपर वह हाथ फेरती है फिर वजन उठवाती है. टेबल पर चढ़ने व उतरने को कहती है और फिर मरीज से पूछा जाता है कि फायदा हो रहा है. कुछ कहते हैं कि पहले इतना सब नहीं कर पाते थे और जो कहते हैं फायदा नहीं हुआ. उसे आने वाले मंगलवार को आने को कहती है. फिलहाल अभी तक सैकड़ों की संख्या में लकवा ग्रस्त मरीज उसके पास पहुंच रहे हैं इन मरीजों में छोटे बच्चे सहित युवा व बुजुर्ग भी शामिल हैं. बकायदा यहां पर लाइन लगाकर इलाज करवाया जा रहा है.
इलाज करवाने के लिए आए उज्जैन के एक मरीज का कहना है कि एक साल से लकवा की बीमारी से ग्रस्त हैं लेकिन मातारानी (रुकमणई) के हाथ फेरने से ही उन्हें अपनी बीमारी में फर्क दिख रहा है. सब मातारानी की कृपा है फिलहाल इसे विश्वास कहे या अंधविश्वास लेकिन वहां पर भीड़ रोजाना बढ़ती नजर आ रही है और शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है.
नाेट : (abp न्यूज इस तरह के इलाज के दावे की पुष्टि नहीं करता है और न ही मेडिकल साइंस)
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