MP News: तेल की कीमतों को लेकर परेशान हैं पेट्रोल पंप संचालक, उठा रहे यह कदम
Petrol Diesel Price:ईंधन की कीमतों में गिरावट की संभावनाओं के बीच पंप संचालक चिंतित हैं. आर्थिक नुक्सान से बचने के लिए कई जरूरी कदम उठा रहे हैं और सरकार से मांग की है कीमतें धीमी रफ्तार से कम की जाएं.
Madhya Pradesh: पेट्रोल-डीजल की कीमतों ((Petrol-Diesel Price)) में भारी गिरावट की संभावनाओं के बीच पेट्रोल पंप संचालक (Petrol Pump Operator) खासे परेशान दिखाई दे रहे हैं. अचानक पेट्रोल-डीजल की कीमतों में गिरावट होने का डर पंप संचालकों को सता रहा है. ऐसे में भारी नुक्सान से बचने के लिए अधिकांश पेट्रोल पंप संचालक सीमित और जरूरी मात्रा में पेट्रोल-डीजल ही मंगवा रहे हैं.
गौरतलब हो कि पूर्व में सरकार ने 2 बार पेट्रोल और डीजल की कीमतों को अचानक कम कर दिया था, जिससे पेट्रोल पंप संचालकों को आर्थिक रूप से भारी नुकसान उठाना पड़ा. वहीं पिछले कई दिनों से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में लगातार गिरावट जारी है, जिससे घरेलू ईंधन की कीमतों में गिरावट की संभावना बनी हुई है. इन्हीं आशंकाओं के बीच पेट्रोल पंप संचालक काफी चिंतित हैं.
इस संबंध में पेट्रोलियम एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रवि लोहिया ने बताया कि, पेट्रोल पंप संचालक दाम कम होने से काफी खुश हैं. उन्हें दाम कम करने को लेकर कोई एतराज नहीं है, लेकिन उनका इतना तर्क जरूर है कि एकदम भाव में गिरावट लाने की बजाय प्रतिदिन एक रुपए लीटर की कमी कर दी जाए. उन्होंने आगे कहा कि सरकार को 10 रूपए प्रति लीटर भाव कम करना है तो, उसे एकदम नहीं करते हुए एक हफ्ते में कीमतों को कम करना चाहिए. जिससे पेट्रोल पंप संचालकों को ज्यादा आर्थिक नुकसान न उठाना पड़े.
पूर्व में पेट्रोल पंप संचालक कर चुके हैं हड़ताल
ऑल इंडिया पेट्रोलियम एसोसिएशन के सचिव गोपाल महेश्वरी ने बताया कि, इससे पहले पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 10 रूपए तक की कमी आने से पंप संचालकों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा था. उन्होंने बताया कि पंप संचालकों का कमीशन भी कई वर्षों से नहीं बढ़ाया गया है. ऐसी स्थिति में कीमतों को कम करने से पहले पेट्रोल पंप संचालकों के नुकसान का आकलन किया जाना आवश्यक है.
गोपाल महेश्वरी का कहना है कि, सरकार को लगातार धीरे-धीरे कीमतें कम करनी चाहिए. यदि इसी तरह दाम बढ़ाए भी जाए तब भी उन्हें कोई एतराज नहीं है. पंप संचालक कमीशन से ही खुश हैं, लेकिन तेजी और मंदी का असर अधिक सीमा में नहीं होना चाहिए. उन्होंने बताया कि पूर्व में अधिक दाम कम होने पर पंप संचालकों ने हड़ताल भी की थी. हालांकि इस संबंध अभी तक उन्हें कोई राहत नहीं पहुंची है.
यह भी पढ़ें:
MP: इंदौर मेडिकल कॉलेज में जूनियर छात्रों की रैगिंग करने वाले 10 सीनियर्स की पहचान, केस दर्ज