MP News: 10 हजार के इनामी बदमाश का पुलिस ने निकाला जुलूस, हत्या के प्रयास समेत धोखाधड़ी के मामलों में चल रहा था फरार
आरोपी द्वारा अमखेरा में सीलिंग की सरकारी जमीन पर कब्जा करके अवैध प्लॉटिंग करने की शिकायत भी प्रशासन को मिली थी. जांच के बाद पुलिस ने नगर पालिका अधिनियम 1956 की धारा 292 (ग) के तहत प्रकरण दर्ज किया था.
MP News: जबलपुर में करीब एक साल से फरार चल रहे शातिर बदमाश और भू-माफिया कज्जू उर्फ कदीर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने कज्जू का थाने से अदालत तक पैदल जुलूस भी निकाला. उसके खिलाफ तमाम धाराओं के साथ एनएसए की करवाई करके उसे जेल भेज दिया गया. पुलिस के मुताबिक शातिर बदमाश कज्जू के खिलाफ हत्या के प्रयास, बमबाजी, अवैध वसूली समेत 22 मामले दर्ज है. उस पर 10 हजार का इनाम भी घोषित था.
धोखाधड़ी से कमाए करोड़ों रुपये
मामूली गुंडे से भू माफिया बनने के बीच कज्जू ने सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे करके प्लॉटिंग की और धोखाधड़ी से करोड़ों रुपये कमाए. उसका अधारताल और आसपास के क्षेत्र में आतंक था. रद्दी चौकी निवासी मुन्ना लाल रजक की दो करोड़ रुपये कीमती 21 हजार 520 वर्गफीट जमीन पर कज्जू ने गुंडागर्दी से कब्जा कर लिया था. यहां उसने एक करोड़ की लागत से 10 ड्यूप्लेक्स बनाए थे, जिसे पुलिस और प्रशासन की टीम ने मार्च 2021 में जमींदोज कर दिया था. पुलिस ने मुन्ना लाल रजक को उसकी जमीन भी वापस दिला दी.
10 हजार का ईनाम था घोषित
इसी तरह कज्जू द्वारा अमखेरा में सीलिंग की सरकारी जमीन पर कब्जा करके अवैध प्लॉटिंग करने की शिकायत भी प्रशासन को मिली थी. जांच के बाद अधारताल पुलिस ने नगर पालिका अधिनियम 1956 की धारा 292 (ग) के तहत प्रकरण दर्ज किया था. लेकिन कज्जू उर्फ कदीर लगातार पुलिस को चकमा देकर फरार था. जबलपुर के एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने उसके ऊपर 10 हजार का इनाम भी घोषित किया था.
पुलिस ने ऐसे किया गिरफ्तार
पुलिस के मुताबिक बीती रात अमखेरा के एक मकान में कज्जू के पहुंचने की सूचना पर क्राइम ब्रांच की टीम ने घेराबंदी की. पुलिस को आशंका थी कि कज्जू भाग सकता है, लिहाजा मकान के पिछले हिस्से में पुलिस सीढ़ियां लगाकर पहले ही पहुंच गई. जैसे ही सामने से एक टीम घर के अंदर दाखिल हुई कज्जू ऊपर की तरफ भागा, लेकिन पहले से मौजूद पुलिस कर्मियों ने उसे दबोच लिया.
कई मुकदमें थे दर्ज
शीतलामाई स्थित अच्छे मियां के बाड़े में रहने वाले कज्जू उर्फ कदीर पर वर्ष 1994 में चाकूबाजी और बमबाजी के तीन-चार प्रकरण दर्ज थे. इसके में बाद वो हिस्ट्रीशीटर नया मोहल्ला निवासी अब्दुल रज्जाक पहलवान का खास गुर्गा बन गया और इसके बाद उसने जमीनों पर अवैध कब्जे करना शुरू किया. सूत्रों के मुताबिक कज्जू के मामूली गुंडे से भू-माफिया बनने के सफर में पुलिस का भी संरक्षण प्राप्त था.
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