जबलपुर: शेयर मार्केट में कुछ लोग तेजी से पैसा कमाते हैं और कुछ लोग तेजी से गंवा भी देते हैं. ऐसे लोगों की भी एक बड़ी संख्या है जो शेयर मार्केट के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले गैंग्स के शिकार बन जाते हैं और अपनी गाढ़ी कमाई से हाथ धो देते हैं. ऐसी ही धोखेबाजों से बचाने के लिए आरबीआई की तरफ से जारी की जाने वाली विशेष गाइडलाइन्स और विज्ञापन कई बार बेहद कारगर साबित होते हैं. ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के जबलपुर से सामने आया है.


बाजार में लोगों को बांट रहे थे पर्चे


दरअसल यहां कुछ लोग शेयर मार्केट में निवेश करने पर 5 फीसदी के मंथली रिटर्न का लालच देकर ठगी करते थे. इस झांसा गैंग को जबलपुर की गोरखपुर थाना पुलिस ने पकड़ा है. ये लोग आदि शंकराचार्य चौक पर सब्जी बेचने वाले,पान का ठेला लगाने वाले या ऑटो रिक्शा चलाने वालों को पैंफलेट बांट कर झांसे की स्कीम में फंसने का लालच दे रहे थे. इसी दौरान पुलिस ने अपनी कार्रवाई की.


फर्जी स्कीम से लोगों को ठग रहा था गैंग


गोरखपुर थाना प्रभारी अर्चना नागर ने बताया कि कुछ लोग फर्जी तरीके से शेयर मार्केट में पैसे लगाने का लालच देकर आदि शंकराचार्य चौक में लोगों से ठगी करने की कोशिश कर रहे थे. सूचना मिलने पर पुलिस जब वहां पहुंची तो शिकायतकर्ता बसंत कुमार शरणागत ने बताया कि सब्जी, पान ठेले वाले, मजदूर लोग और आटो वालों को कुछ लोग नीले और पीले रंग का पम्पलेट बांट रहे हैं. और बोल रहे हैं कि आप हमारे आफिस में पैसे जमा करेंगे तो आपके जमा किये हुए पैसों पर 5 प्रतिशत की दर से प्रति माह फायदा मिलेगा. ये पैसा शेयर मार्केट और कमोडिटी मार्केट में लगाया जायेगा. चूंकि बसंत ने आरबीआई के विज्ञापन टीवी पर देखा था,इसलिए उसे इन पर संदेह हुआ.


पुलिस ने तीन लोगों को किया गिरफ्तार


शिकायतकर्ता द्वारा बताये गई जानकारी के आधार पर तीन लोगों को पुलिस ने धर दबोचा है. उन्होंने पूछताछ में अपना नाम अनुज सिंह निवासी एस.ए.एफ. रांझी ,सचिन राज निवासी बकरा मार्केट के पास भानतलैया, घमापुर और रिचेस निवासी एम.सी.आई. कालोनी,कटंगा गोरखपुर बताया. जिनके पास से पुलिस ने आर.पी.एस. केपिटल द्वारा मुद्रित पीले एवं नीले रंग के पर्चे जब्त. पर्चे में लिखा था कि हमारे साथ शेयर मार्केट और कमोडिटी मार्केट में पैसे लगाये तथा पाए. अपने निवेश का 5 प्रतिशत प्रति माह का रिटर्न 40 माह तक.


पूछताछ में मिली ये जानकारी


पुलिस के मुताबिक आर.पी.एस. मार्ट, ओ.पी.सी प्राईवेट लिमिटेड के पीले रंग के पर्चे में आफिस का पता राधास्वामी सत्संग भवन के पास गुप्तेश्वर वार्ड, महानद्दा और न्यूनतम निवेश की राशि 50 हजार रुपये लिखी थी. नीले रंग के पर्चे में आफिस का पता मदन महल चौक के पास राइट टाउन लिखा है और न्यूनतम निवेश राशि 30 हजार रुपये बताई गई है. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो लोग आर. पी. एस. ग्रुप के लिए कमीशन एजेंट के तौर पर काम करते हैं. शेयर मार्केट और कमोडिटी मार्केट में निवेश करने के नाम पर बिना डीमेट अकाउंट खोले फर्जी तरीके से भविष्य में ज्यादा पैसा वापस करने का लालच देकर निवेशकर्ताओं से रकम लेते हैं.


इन धाराओं के तहत दर्ज हुआ मामला


उन्होंने बताया कि, गरीब लोग लालच में आकर उनकी स्कीम में अपना पैसा निवेश कर देते हैं. पर्चे में स्टॉक ब्रोकर या एनबीएफसी कम्पनी के रूप में पंजीकृत होने का कोई ब्यौरा दर्ज नहीं था. पेम्पलेट के अनुसार एक प्रकार से वो लोग एग्रीमेंट भी करते हैं,जो पुलिस के मुताबिक वैधानिक रुप से शून्य है .उक्त तीनों कमीशन एजेंट एवं आर. पी. एस . ग्रुप के विरुद्ध धारा 420 , 34 भादवि तथा म.प्र . निक्षेपकों के हितों का संरक्षण अधिनियम 2000 की धारा 6 (1) के तहत मामला दर्ज किया गया है.


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