(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
MP Politics: 2023 के विधानसभा चुनावों के लिए खास प्लान पर काम कर रही है BJP, जानें कहां है फोकस
MP Election 2023: मध्य प्रदेश में बीजेपी की विशेष तौर पर दलित वोटरों पर है. वजह ये है कि 2013 के चुनाव में ऐसी 84 सीटें में से 59 पर भगवा लहराया था लेकिन 2018 में केवल 34 सीटों पर ही जीत मिली थी.
Madhya Pradesh Assembly Election BJP Strategy: पांच राज्यों के चुनाव समाप्त होने के बाद अब बीजेपी ने मिशन 2023 के लिए मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में थ्री लेयर प्लान पर काम करना शुरू कर दिया है. इसमें दलित, कमजोर और हारी हुई सीटों के साथ बूथ पर फोकस करना तय किया गया है. राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश (Shiv Prakash) ने इसी गाइडलाइन पर विधानसभा चुनाव की बिसात पर काम करने के लिए कहा है. इसके बाद विधानसभा सीटों और बूथों को इन तीन श्रेणियों में बांटा गया है और बीजेपी ने इसे लेकर अपने स्तर पर काम करना शुरु भी कर दिया है.
योजनाओं पर है फोकस
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan), बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद तीनों निरंतर चुनावी रणनीति पर काम करने में लगे हैं. सरकारी योजनाओं में जनता पर फोकस कर सर्विस डिलीवरी सिस्टम सुधारने का काम हो रहा है. साथ ही ऐसी योजनाओं पर ज्यादा ध्यान है जिससे बड़ा वर्ग प्रभावित होता है. इसे लेकर हर दिन बैठकों का दौरे जारी है.
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खास है रणनीति
गौरतलब है कि, बीजेपी की नजर इस बार 50 से ज्यादा ऐसी सीटों पर है जो दुष्कर मानी जाती हैं. इनमें भोपाल से उत्तर मध्य सीट को रखा है. पृथ्वीपुर जैसी सीट भी इसमें शामिल है. बीजेपी की नजर ऐसी सीटों पर भी है जिसे है जिसे वो 2018 के विधानसभा चुनाव में हार गई थी. इनमें 28 सीटों के उपचुनाव में हारी 9 सीटें भी शामिल हैं. वहीं 3 सीटों के उपचुनाव में हारी नौगांव सीट को भी इस दायरे में रखा है. मोटे तौर पर अभी बीजेपी के पास 127 सीटें हैं वहीं कांग्रेस के पास 96, बसपा के पास 2, सपा के पास 1 और निर्दलीय के पास 4 सीटें हैं. बीजेपी इस बार इन सीटों पर भी फोकस कर रही है. इस बार विशेष तौर पर बीजेपी की नजर दलित वोटरों पर है. वजह ये है कि 2013 के चुनाव में ऐसी 84 सीटें में से 59 पर भगवा लहराया था लेकिन 2018 में केवल 34 सीट पर ही जीत मिली थी. इसी तरह आदिवासी बहुल 47 सीटों में से 2013 में बीजेपी को 31 सीटें मिली थी लेकिन 2018 में सिर्फ 16 सीटें ही आईं. इस कारण इस बार बीजेपी दलितों र भी खास फोकस कर रही है.
बीजेपी नेता कर रहे हैं दौरा
प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने पूरे प्रदेश को नापने की शुरुआत कर दी है. लगभग हर संभाग में उन्होंने दौरा किया है. अब ये दौरे और बढ़ेंगे. कमजोर और हारी सीटों पर भी जाने की शुरुआत कर दी गई है. इसके साथ ही उन सीटों पर भी दौरे बढ़ाए जा रहे हैं, जो दलित बहुल हैं. प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद ने चुनावी प्रबंधन और रणनीति के स्तर पर काम करना शुरू कर दिया है. हितानंद ने चुनाव के हिसाब से विधानसभा सीटों को लेकर काम शुरू किया है जल्दी इन सीटों के लिए प्रभारी भी तैनात होंगे. विभिन्न मौर्चो को भी सक्रिय किया गया है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी अभी से चुनावी रणनीति पर काम करने लगे हैं.
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