Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) ने राज्य सेवा और राज्य वन सेवा प्रारंभिक के साथ राज्य सेवा मेंस के लिए परीक्षा से 100 दिन पहले नया सिलेबस जारी किया है. इसमें कई नए विषयों के इंटरव्यू के अंक में भी परिवर्तन किया गया है. 10 यूनिट में बंटे प्रारंभिक परीक्षा के पहले प्रश्नपत्र सामान्य अध्ययन में मध्य प्रदेश का हिस्सा बढ़ाया गया है. साथ ही 10वीं यूनिट मध्य प्रदेश की जनजातियों-विरासत लोक संस्कृति और लोक साहित्य पर आधारित कर दी गई है. सिलेबस में लगभग 30 प्रतिशत बदलाव किया गया है.


बता दें कि एमपी पीएससी प्रीलिम्स परीक्षा 28 अप्रैल 2024 को आयोजित होनी है. ऐसे में पहले के सिलेबस के हिसाब से पीएससी की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को नए सिरे से प्लानिंग करना होगी. जानकारों का कहना है कि नए सिलेबस के हिसाब से तैयारी के लिए अब कम समय बचा है. प्रीलिम्स के दोनों प्रश्नपत्रों की अवधि और अंक योजना में कोई बदलाव नहीं किया गया है. 10 यूनिट में बंटे प्रारंभिक परीक्षा के पहले प्रश्नपत्र सामान्य अध्ययन में मध्य प्रदेश का हिस्सा बढ़ाया गया है. इसी तरह 10वीं यूनिट मध्य प्रदेश की जनजातियों-विरासत लोक संस्कृति और लोक साहित्य पर आधारित कर दी गई है.


मुख्य परीक्षा के तीसरे प्रश्नपत्र से फिजिक्स केमिस्ट्री हटाई गई
प्रारंभिक परीक्षा में पहली यूनिट भारत का इतिहास पर आधारित है. इसमें प्राचीन भारतीय ज्ञान परंपरा, वेद, उपनिषद, भारतवर्ष, आरण्यक, ब्राह्मण ग्रंथ, स्मृतियां, वर्णाश्रम, बोधिसत्व, तीर्थंकर, यज्ञ, कर्म का सिद्धांत आदि शामिल किया गया है. मुख्य परीक्षा के तीसरे प्रश्न पत्र से फिजिक्स केमिस्ट्री को हटाकर 150 नंबर का अर्थशास्त्र जोड़ा गया है. भारतीय दर्शन के अंतर्गत देवी अहिल्याबाई होल्कर के जीवन चरित्र को भी शामिल किया गया है. मेंस के चौथे पेपर में साइकोलॉजी जोड़ा गया है. इसमें मानसिक समस्याएं और साइकोथैरेपी को शामिल किया गया है. बायपोलर डिसऑर्डर, सिजोफ्रेनिया आदि को भी जोड़ा गया है.


मेंस का चौथा पेपर 200 नंबर की जगह 300 नंबर का होगा 
वहीं मेंस में 15 नंबर के हिंदी के पेपर में अलग से मध्य प्रदेश की स्थानीय बोलियों को शामिल किया है. इसमें बुंदेली, बघेली आदि शामिल हैं. यहां बताते चले कि मेंस की नंबर स्कीम में भी परिवर्तन किया गया है. मेंस का चौथा पेपर 200 नंबर का था, जो अब 300 नंबर का होगा. पहले इंटरव्यू 175 नंबर का था, जिसे अब बढ़ाकर 185 नंबर का कर दिया गया है. जीएस के चारों पेपर 300-300 नंबर के होंगे. तीन छोटे प्रश्न पहले वन लाइनर होते थे, जिन्हें अब 20 शब्दों में लिखना है. पहले इन्हें 10 शब्दों में लिखना होता था. इसे तीन की जगह दो नंबर का कर दिया गया है. दो प्रश्न जो 50 शब्दों में लिखने होते थे, अब 60 शब्दों में लिखना है. यह पहले 5 नंबर के होते थे अब 7 नंबर के होंगे. इसी तरह हर यूनिट में 200 शब्दों की सीमा से संबंधित प्रश्न पूछा जाता था, यह 11 से घटाकर 10 नंबर का कर दिया गया है.



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