MP News: दीपावली पर मिलावटखोरों से निपटने के लिए रेलवे ने तैयार किया प्लान, मिलावटी मावे की ट्रेनों में नो एंट्री
रेलवे पहली बार त्योहार सीजन में मावा मिलावटखोरों के खिलाफ एक्शन लेगा. इस साल दीवाली पर रेलवे दूषित मावे का परिवहन नहीं होने देगा. साथ ही पकड़े गए लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.
Madhya Pradesh News: दीपावली का त्योहार नजदीक आते ही मध्य प्रदेश में खोया मिलावटखोर सक्रिय हो गए हैं. लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए रेलवे (Railway) ने पहली बार इन मिलावटखोरों के खिलाफ कमर कसी है. ऐसे मिलावटखोरों के लिए रेलवे ने एक प्लान तैयार किया है. इस प्लान के मुताबिक मिलावटी मावे की ट्रेनों में नो एंट्री रहेगी. रेलवे ऐसे दूषित मावे का परिवहन नहीं होने देगा. हर साल दीपावली के पहले ग्वालियर, भिंड व मुरैना से बड़ी मात्रा में मिलावटी मावा राजधानी भोपाल (Bhopal) सहित प्रदेश के अन्य शहरों में पहुंचता है. वहीं इसका परिवहन ट्रेनों के माध्यम से ही होता है. इस बार ऐसे मिलावटखोरों के खिलाफ रेलवे सख्त रूख अपना रहा है.
ट्रेन में दूषित मावे की नो एंट्री
भोपाल रेल मंडल के अफसरों के अनुसार रेलवे स्टेशनों पर परिवहन किए जाने वाले मावे की विशेष जांच करवाई जाएगी. सही गुणवत्ता वाले मावे को ही ट्रेनों में रखने दिया जाएगा. जबकि दूषित मावे की नो एंट्री रहेगी. मावा संदिग्ध होने की दशा में उसका सैंपल लिया जाएगा और जांच के बाद संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी. इसके लिए रेल मंडल के सीनियर अफसरों ने रेलवे स्टेशन के अधिकारियों से स्थानीय प्रशासन से संपर्क बनाए रखने का निर्देश दिया है.
जांच की जिम्मेदारी औषधि प्रशासन की
दूषित मावे की रोकथाम के लिए रेलवे द्वारा बनाए प्लान के मुताबिक रेलवे स्टेशनों पर जिले के खाद और औषधि प्रशासन के अधिकारी मावे की जांच करेंगे. रेलवे स्टेशनों पर बुकिंग के दौरान भी खाद और प्रशासन विभाग की टीम इस मावे की जांच करेगी. इसके बाद ही इस मावे की बुकिंग की जाएगी. जांच के दौरान यदि मावा संदिग्ध पाया जाता है तो उसे ट्रेनों में नहीं रखने दिया जाएगा.
दूषित मिठाईयां पहुंचाती हैं नुकसान
गौरतलब है कि दीपोत्सव के त्योहार पर मिठाईयों का जमकर कारोबार होता है. ऐसे में कई प्रतिष्ठानों पर चंद रुपयों के लालच में दूषित मावे से मिठाईयां बनाई जाती है. इन मिठाईयों को खाने के बाद लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ता है. इस मिलावट खोरी को रोकने के लिए रेलवे ने यह कदम उठाया है. जब हमने भोपाल रेल मंडल के अधिकारी सूबेदार सिंह से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि हाल ही में बाहर से मावा ट्रेन के जरिए भोपाल आया था. हमारे द्वारा स्थानीय प्रशासन को जानकारी दी गई, जिन्होंने कार्रवाई कर उन्हें पकड़ा. अब रेलवे भी मिलावटखोरों को रोकने में मदद करेगा.
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