मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में लगातार हो रही बारिश के कारण हालत बिगड़ गए हैं. शहर की कई निकली कॉलोनी में जल जमाव के ऐसे हालात बन गए हैं कि लोगों को बाहर निकालने के लिए मोटर बोट का इस्तेमाल करना पड़ रहा है. एसडीआरएफ की टीम लगातार सैकड़ो लोगों को बाहर निकल रही है. 


उज्जैन में बाढ़ के करण शिप्रा नदी के आसपास के इलाकों में जल जमाव के काफी बुरे हालात बन गए हैं. उज्जैन की सुदर्शन नगर कॉलोनी, एकता नगर, प्रेम नगर आदि इलाकों में सैकड़ों मकान जल मग्न हो गए हैं. कई इलाकों में तो मकान की पहली मंजिल तक जल समाधि ले चुकी है. यहां पर एसडीआरएफ की टीम लगातार लोगों को बाहर निकाल रही है.


एसडीआरएफ के डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट संतोष जाट ने बताया कि ढाई सौ मकानों के जलमग्न होने की जानकारी मिलने के बाद से ही एसडीआरएफ की टीम लगातार लोगों को बाहर निकालने में जुटी हुई है. रात में भी लोगों को बाहर निकालने का कार्य जारी था. अभी तक 300 से ज्यादा लोगों को बाहर निकाला जा चुका है. 


लोग जरूरी सामान लेकर बाहर निकले


उज्जैन की कॉलोनी में जल जमाव के हालत निर्मित होने के बाद लोगों ने जरूरी सामान लेकर घरों से बाहर निकलना पड़ा. प्लाटून कमांडेंट दिलीप सिंह के मुताबिक लोगों को शेल्टर हाउस में भेजा जा रहा है. लोगों से यह भी अपील की जा रही है कि वे जरूरी सामान ही लेकर निकले. उन्होंने बताया कि आम लोगों के साथ-साथ पशु, पक्षियों को भी बाहर निकाला जा रहा है.


लोगों का करोड़ों रुपए का नुकसान


मकान में जल जमाव की स्थिति निर्मित होने की वजह से लोगों के इलेक्ट्रॉनिक आइटम, रोजमर्रा के समान सहित अन्य जरूरी चीज भी खराब हो गई है. कई वाहनों में पानी भर गया. लोगों के मुताबिक उनका करोड़ों रुपए का सामान बाढ़ की भेंट चढ़ गया. सुदर्शन कॉलोनी में रहने वाली संगीता बाई ने बताया कि उन्होंने बड़ी मुश्किल से फ्रिज और टीवी लिया था लेकिन दोनों ही बाढ़ की वजह से जलमग्न हो गए. इसी प्रकार अन्य लोगों के समान भी बढ़ के कारण खराब हो गए हैं.