MP Weather Highlights: बारिश ने मचाई आफत, भोपाल में सीएम हाउस के बाहर गिरे पेड़, विदिशा में स्टॉप डेम फूटने से कई खेतों पानी भरा
Madhya Pradesh Highlights: मध्य प्रदेश में भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन संभाग के जिलों के साथ सागर, दमोह, नरसिंहपुर और जबलपुर में ङी मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है.
भोपाल के बड़े तालाब की तेज उठती लहरों में बतखों की अठखेलियाँ
भोपाल में सड़कों पर पानी ही पानी मगर फिर भी बारिश थमने का नाम नहीं ले रही
विदिशा जिले की लटेरी तहसील के ग्राम मुरवास इस्लामनगर में बना स्टॉप डेम फूटने से कई खेतों पानी भरा जिससे 6 से 7 गांव की फसल पूरी नष्ट हो गई .
IMD के भोपाल कार्यालय के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी वेद प्रकाश सिंह ने बताया, ‘‘ भोपाल और सागर के पास मध्य प्रदेश के मध्य भागों में दबाव बना हुआ है. इसलिए आज रात तक भोपाल, नर्मदापुरम, सागर और ग्वालियर संभाग में बहुत भारी बारिश जारी रहने की संभावना है.’’ दबाव के पश्चिम की ओर (मध्य प्रदेश में गुना और राजस्थान की ओर) बढ़ने की संभावना है. अधिकारी ने कहा कि जब मध्य प्रदेश में दबाव पश्चिम की ओर बढ़ जाएगा इसके परिणामस्वरूप इंदौर, और उज्जैन संभागों में भी रात में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है . उन्होंने कहा कि पूर्वी मध्यप्रदेश में मानसून की बारिश थोड़ी कम हो गई है. उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटे में लगभग पूरे राज्य में बारिश हुई है. सिंह ने कहा कि मंगलवार से बारिश की गतिविधि कम होने की उम्मीद है.
IMD के एक अधिकारी ने कहा कि 24 घंटे की अवधि में सोमवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक भोपाल में 190.5 मिमी बारिश हुई इसके बाद गुना में 174.9 मिमी, सागर में 173.9 मिमी, रायसेन में 162 मिमी और जबलपुर में 160 मिमी बारिश हुई. भोपाल में तेज हवा के साथ बारिश से सड़कों के किनारे कई पेड़ उखड़ गए और कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित होने के साथ साथ यातायात भी प्रभावित हुआ. भोपाल नगर निगम के कर्मचारी रास्ते में गिरे पड़े पेड़ों और शाखाओं की सफाई करते दिखे.
विशेषकर पश्चिमी मध्य प्रदेश में कई सड़कों पर कम दृश्यता के कारण वाहनों की आवाजाही कम रही. प्रदेश के कुछ निचले इलाकों में जलजमाव की खबरें हैं. आईएमडी ने लोगों को मूसलाधार बारिश के बीच यात्रा करने से बचने की सलाह दी है. सोमवार को भोपाल और आसपास के इलाकों में भारी बारिश हुई. अधिकारियों ने बताया कि मूसलाधार बारिश के कारण भोपाल और जबलपुर सहित कुछ जिलों में सोमवार को स्कूल बंद रहे. मौसम के पूर्वानुमान के बाद अधिकारियों को रविवार शाम को स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी करने का फैसला किया.
मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में सोमवार को तीसरे दिन भी भारी बारिश जारी रही जिससे राज्य की राजधानी भोपाल और जबलपुर सहित कुछ जिलों में स्कूल बंद रहे. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को रेड अलर्ट जारी किया है जिसमें राज्य के पश्चिमी हिस्सों में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक वर्षा के साथ भारी से बहुत भारी वर्षा का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है. प्रदेश के बड़े हिस्से में नदियां, नाले और अन्य जल स्त्रोत उफान पर हैं और पानी छोड़ने के लिए कई बांधों के द्वार खोल दिए गए हैं.
भोपाल में मुख्यमंत्री निवास के बाहर बारिश के कारण बड़े पेड़ गिरे, यातायात प्रभावित, पूरे शहर में सौ से ज़्यादा पेड़ गिरे, कई इलाक़ों में बिजली नहीं है.
भारी बारिश की चेतावनी के बाद भोपाल, जबलपुर, विदिशा, सिहोर, समेत शहडोल, उमरिया, अनूपपुर में सोमवार को सभी स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई है.
रविवार को ब्यावरा शहर में बाढ़ जैसे हालत हो गए और भारी बारिश की वजह से रात 8 बजे से इंद्रा नगर,सुठालिया बाय पास रोड स्थित अवधपुरी कॉलोनी , जगात चौक,अहिंसा द्वार ,अंजनीलाल मंदिर रोड के घरों और दुकानों में पानी घुस गया.हालत यह है कि कही क्षेत्र में 3 से 4 फिट तक पानी का भराव हो गया है . जिसकी वजह से 100 से अधिक लोग घरों में फस गए .जिसको देखते हुए . फंसे हुए लोगों की मदद करने के लिए प्रशासन ने पुलिस और भोपाल से आई SDERF और होमगार्ड की टीम को लगाया .
मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में रविवार सुबह से ही भारी बारिश जारी है. जिससे जिले के ब्यावरा शहर में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. आलम ये है कि रात होते से ही निचले इलाके जलमग्न हो गए और कई घरों और दुकानों में 3 से 4 फीट पानी भर गया. घरों में फसे लोगो की मदद करने के लिए ब्यावरा पुलिस अपने वाहन से मुनादी कर रही है. ब्यावरा की निचली बस्तियों में बाढ़ का पानी आने से 100 से अधिक लोग फस गए .बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के घरों में फंसे लोगो को पुलिस, प्रशासन और भोपाल से आई SDERF व होमगार्ड की टीम के द्वारा रेस्क्यू कर बाहर वोट की मदद से बाहर निकाला जा रहा है.
भोपाल में आज होने वाली Inter State Council में ख़राब मौसम का असर पड़ा है. यूपी और छत्तीसगढ़ के सीएम का आना टल गया है. दोनों को अभी दस बजे आना था मगर ख़राब मौसम के कारण भोपाल में कोई फ़्लाइट नहीं आ रही. दिल्ली और मुंबई से आने वाली फ़्लाइट इंदौर और नागपुर उतरेगी
मध्य प्रदेश -भोपाल शहर में भारी बारिश के कारण आज जिले के लिए 'रेड' अलर्ट जारी किया गया है.
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने रायपुर में कहा- भोपाल में खराब मौसम के कारण वहां फ्लाइट की लैंडिंग प्रभावित हुई है. भोपाल में गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में 4 राज्यों-छत्तीसगढ़, यूपी, एमपी, उत्तराखंड- की केंद्रीय क्षेत्र परिषद की बैठक अब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से होगी.
मध्य प्रदेश: भोपाल, उज्जैन, जबलपुर, रतलाम, नीमच और मंदसौर समेत 39 जिलों में बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है.इंदौर, ग्वालियर, धार और खरगोन समेत 12 जिलों में मध्यम बारिश होगी.
भोपाल में 2006 में 67.45 इंच बारिश हुई थी. इस बार अब तक 56.44 इंच बारिश हो चुकी है. सीजन खत्म होने में अभी 39 दिन बाकी है. बारिश के भी अभी 1 या दो 2 दौर और आ सकते हैं.
मौसम विशेषज्ञ एसके नायक ने बताया कि गुरुवार को बंगाल की खाड़ी के उत्तर पूर्वी हिस्से में लो प्रेशर एरिया बना था. फिर ये डीप डिप्रेशन में बदला. यह ओडिशा, झारखंड और छत्तीसगढ़ के उत्तरी हिस्से से होता हुआ डिप्रेशन के रूप में तेज रफ्तार से मप्र में पहुंचा.
भोपाल में पिछले साल से दोगुनी से भी ज्यादा बारिश हो चुकी है. पिछले साल अब तक 26.6 इंच बारिश हुई थी. इस सीजन में अब तक कोटे की 42 इंच बारिश से 14 इंच ज्यादा हो चुकी है.
खराब मौसम की वजह से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भोपाल दौरा रद्द हो गया. वह गृह मंत्री अमित शाह की अगुवाई में होने वाली एक बैठक में हिस्सा लेने के लिए भोपाल जाने वाले थे.
मौसम विशेषज्ञ पीके साहा ने बताया कि भोपाल में जिन बादलों ने बारिश कराई, वे जमीन से सिर्फ 90 मी. ऊंचाई पर बने थे. यह इस सीजन में बादलों की सबसे कम ऊंचाई है. बारिश के दौरान न केवल 52 किमी प्रति घंटे की हवा चली, बल्कि विजिबिलिटी सिर्फ 800 मी. रह गई थी. बारिश में बड़ा तालाब लबालब है, इसलिए सुबह 9 बजे से 11:40 बजे तक भदभदा के पांच गेट खोलने पड़े. सीजन में 7वीं बार भदभदा के गेट खोले गए.
माना जा रहा है कि ये रिकॉर्ड सोमवार सुबह टूट जाएगा. इधर, भारी बारिश को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी ने भोपाल जिले के सभी स्कूलों में 22 अगस्त का अवकाश घोषित किया है. जबलपुर में भी 5 इंच बारिश होने के बाद स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई.
भोपाल में इस साल सीजन में बारिश का कुल आंकड़ा 56.44 इंच पर पहुंच गया. 2016 में पूरे सीजन में 56.58 इंच बारिश हुई थी, जो कि एक रिकॉर्ड है.
दिनभर रिमझिम और शाम को हुई तेज बारिश ने रविवार को भोपाल को तरबतर कर दिया. यही हाल प्रदेश का रहा. ज्यादातर संभागों में बादल गरज और चमक के साथ बरसे. भोपाल में सुबह 8:30 से रात 8:30 बजे तक 12 घंटे में 4 इंच से ज्यादा बारिश हो गई.
बैकग्राउंड
Bhopal Rain: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में बारिश लोगों के लिए आफत बनती जा रही है. सोमवार को सबुह से ही राजधानी भोपाल (Bhopal) में तेज बारिश का दौर जारी है. जिसको देखते हुए सरकार ने प्रदेश में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है. इसके साथ ही कई जिलों में मौसम विभाग (Meteorological Department) ने रेड अलर्ट (Red Alert) भी जारी किया है. भारी बारिश की वजह से कई इलाकों में हालात बिगड़ते जा रहे हैं. वहीं बारिश को देखते हुए मौसम विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है. बारिश की वजह से प्रदेश के कई जिलों में स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है. ताकि बच्चों को किसी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़ें.
इन जिलों में रेड अलर्ट जारी
भारी बारिश को लेकर मौसम विभाग ने कई जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है. जिसमें भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन संभाग के जिलों के साथ सागर, दमोह, नरसिंहपुर और जबलपुर भी शामिल है. इसके साथ ही रीवा, नर्मदापुरम और चंबल संभागों के जिलों सहित अनूपपुर शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, छिंदवाडा, सिवनी, मण्डला, बालाघाट, खण्डवा, धार और देवास में भी तेज बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. साथ ही सभी को सावधानी बरतने की भी अपील की गई है.
24 घंटों से लगातार हो रही बारिश
बता दें कि मध्य प्रदेश में 24 घंटों से लगातार बारिश हो रही है. जिसकी वजह से नदी-नाले तो उफान पर है ही साथ ही सड़कों पर भी जलजमाव हो गया. जिससे आम लोगों का काफी परेशानी का समना करना पड़ रहा है. हालांकि बारिश की वजह से एक बार फिर कई डैमों के गेट खोले दिए गए हैं. जिससे नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है.
प्रशासन ने किया अलर्ट
भारी बारिश को देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने सभी को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं. राज्य के कई पुलों में पानी भर गया है. जिसकी वजह से कई रास्ते भी बंद हो गए है. वहीं मध्य प्रदेश में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए मौसम विभाग ने एक बार फिर जिला प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को अलर्ट कर दिया है.
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