MP Politics: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) विधानसभा चुनाव (Assembly Election) के लिए अब कुछ ही महीने का समय बाकी रह गया है. और ऐसे में कांग्रेस बीजेपी सरकार को घेरने का कोई मौका हाथ जाने नहीं देना चाहती है. कांग्रेस सांसद और राज्यसभा सांसद विवेक तंखा ने एक बार फिर शिवराज सरकार पर हमला बोला है. सांसद विवेक तंखा ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा कि अगर 1000 हज़ार करोड़ के क़र्ज़ की यह खबर सही है तो मप्र सरकार ही मप्र का सबसे बड़ा दुर्भाग्य है.अपने चुनाव के चक्कर में प्रदेश को कंगाल कर जाएंगे.


'ऐसे प्रशासक देश के देश है या दुश्मन' 
जबलपुर दौरे पर रहे राज्यसभा सांसद विवेक तंखा ने शिवराज सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि अपनी चुनावी घोषणाओं को लागू करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार लगातार कर्ज पर कर्ज ले रही है. इस मामले में उन्होंने राज्य के चीफ सेक्रेटरी इकबाल सिंह बैंस को भी लपेटे में लेते हुए कहा कि 'ऐसे प्रशासक देश के दोस्त है या दुश्मन?'



सरकार पर बढ़ा कर्ज का भार 
दरअसल, मध्यप्रदेश की बीजेपी सरकार ने मंगलवार को रिजर्व बैंक के मुम्बई कार्यालय के माध्यम से अपनी गवर्मेन्ट सिक्युरिटीज का विक्रय कर एक हजार करोड़ रुपयों का बाजार से कर्ज उठाया.कहा जा रहा है कि इस कर्ज की अदायगी 16 साल बाद की जायेगी और इस बीच साल में दो बार कूपन रेट पर ब्याज का भुगतान किया जायेगा. बता दें कि शिवराज सरकार ने इससे पहले 26 मई 2023 एवं 9 जून 2023 को क्रमशः 2 हजार करोड़ एवं 4 हजार करोड़ रुपये का कर्ज लिया था. राज्य सरकार पर कर्ज का भार बढ़कर कुल कर्ज 3 लाख 31 हजार 651 करोड़ 7 लाख रुपये हो गया है.


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