Ratlam News: उज्जैन संभाग में ओमिक्रोन ने तेजी से अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं. रतलाम में 5 लोगों में ओमिक्रोन वेरिएंट की पुष्टि हो गई है. इसके पहले मंदसौर में भी ओमिक्रोन की पुष्टि का मामला सामने आ चुका है. दरअसल उज्जैन संभाग से जीनोम सिक्वेंस के सैंपल दिल्ली भेजे गए थे, जहां से अब धीरे-धीरे रिपोर्ट आना शुरू हो गई है. रतलाम जिला प्रशासन द्वारा भेजे गए 9 सैंपलों की रिपोर्ट आई है जिनमें से 5 में ओमिक्रोन वेरिएंट की पुष्टि हो गई है. इस खबर के बाद जिला प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग ने और भी एहतियात बरतना शुरू कर दिया है. 


5 ओमिक्रोन मरीजों की रही है ट्रैवेल हिस्ट्री


शुक्रवार को रतलाम में 120 नए मरीज सामने आए जबकि कोरोना से पीड़ित एक वृद्धा ने दम तोड़ दिया. रतलाम के पहले मंदसौर में भी ओमिक्रोन की पुष्टि हो चुकी है.  गौरतलब है कि ओमिक्रोन वेरिएंट काफी तेजी से फैलता है. यही वजह है कि और भी लोगों में ओमिक्रोन की पुष्टि होने की आशंका बनी हुई है. रतलाम में मिले 5 ओमिक्रोन पॉजिटिव मरीजों में से 2 विदेश से लौटे थे, जबकि तीन अन्य की भी ट्रैवल हिस्ट्री है. जिला प्रशासन द्वारा मरीजों के संपर्क में आए लोगों की पहले ही सैंपल लिए जा चुके हैं. उज्जैन में भी शुक्रवार को कोरोना के 262 नए मरीज सामने आए. अभी जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट आने का सिलसिला धीरे धीरे चल रहा है. यदि तेजी से रिपोर्ट आना शुरू हुई तो ओमिक्रोन के मामले और भी बढ़ सकते हैं.


बूस्टर डोज के प्रति उत्साह नहीं


कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन की उज्जैन संभाग में पुष्टि के बाद भी बूस्टर डोज को लेकर कोई उत्साह देखने को नहीं मिल रहा है. नीमच में 6% लोगों ने भी बूस्टर डोज नहीं लगवाया, जबकि ऐसे ही हालत उज्जैन संभाग के अन्य जिलों के भी हैं. उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने तो 60 वर्ष से अधिक आयु के शासकीय सेवकों, फ्रंटलाइन वर्कर और स्वास्थ्य कर्मचारियों को बूस्टर डोज लगने के बाद ही वेतन आहरण करने के निर्देश जारी किए है.


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