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MP National Parks: वन्य जीवों की शरणस्थली है मध्य प्रदेश, देश में सबसे ज्यादा राष्ट्रीय उद्यान है यहां मौजूद
MP National Parks: देश के मध्य प्रदेश राज्य में सबसे ज्यादा राष्ट्रीय उद्यान (National Parks) मौजूद हैं. आपको बता दें कि यहां पर कुल 12 राष्ट्रीय उद्यान हैं.
MP National Parks: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में अपने वनों और जीव अभ्यारण्यों के लिए जाना जाता है. मध्य प्रदेश देश के अंदर सबसे ज्यादा राष्ट्रीय उद्यानों (National Parks) वाला राज्य हैं और यहां कुल 12 राष्ट्रीय उद्यान मौजूद हैं. वहीं वन्य जीवों के संरक्षण की खातिर प्रदेश के अदंर साल 1974 से ही वन्यजीव संरक्षण अधिनियम लागू है. कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान बाघ परियोजना की वजह से सबसे ज्यादा चर्चित और अहम माना जाता है. आज आपको राज्य के तमाम राष्ट्रीय उद्यानों के बारे में विस्तार के साथ बताएंगे.
- कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान- मंडल जिले में आने वाला कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है. ये करीब 940 वर्ग किलोमीटर इलाके में फैला हुआ है. साल 1955 में इसे राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा मिला था. साल 1974 में इसे टाइगर रिजर्व एरिया घोषित किया गया. यहां राज्य के सबसे ज्यादा बाघों के अलावा चीतल, चिंगार, भालू, बारहसिंघा भी मिलते हैं.
- माधव राष्ट्रीय उद्यान- ये उद्यान एमपी के शिवपुरी में स्थित है. इसकी स्थापना 1958 में की गई थी. ये नेशनल पार्क 375 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है.
- बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान– ये उद्यान उमरिया और कटनी जिले में के करीब 449 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में बना हुआ है. इसकी स्थापना साल 1968 में हुई थी. यहां पर आपको सफेद शेर देखने को मिलेंगे.
- फॉसिल जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान– ये एमपी के डिंडोरी जिले में बना हुआ है. इसकी स्थापना साल 1968 में की गई थी. ये उद्यान 0.27 वर्ग किलोमीटर में फैला है.
- पेंच राष्ट्रीय उद्यान- ये छिंदवाड़ा और सिवनी जिले में है. इसके अलावा ये उद्यान महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भी फैला हुआ है. इसका नाम पेंच नदी के नाम पर रखा गया है. यहां सबसे ज्यादा कृष्ण मृग पाये जाते हैं. इसका एक नाम इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उद्यान भी है.
- वन विहार राष्ट्रीय उद्यान– ये भोपाल शहर में स्थित है. इसकी स्थापना साल 1979 में हुई थी. जोकि 4.45 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है.
- पन्ना राष्ट्रीय उद्यान- यह छतरपुर और पन्ना जिले में के 543 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में बना हुआ है. इसकी स्थापना 1981 में हुई थी. फिर बाघ परियोजना के तहत साल 1984 में इसे टाइगर रिजर्व घोषित कर दिया गया था.
- संजय राष्ट्रीय उद्यान– ये मध्य प्रदेश के सीधी जिले में बना हुआ है. इसकी स्थापना साल 1981 में की गई थी. ये उद्यान 467 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है.
- सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान- मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले में स्थित इस उद्यान की स्थापना साल 1983 में की गई थी. ये उद्यान 525 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है. यहां पर सबसे ज्यादा कृष्ण मृग या काला हिरण पाए जाते हैं.
- ओंकारेश्वर राष्ट्रीय उद्यान- ओंकारेश्वर राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में स्थित है. इसकी स्थापना 2004 में हुई थी. ये उद्यान 293 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है.
- डायनासोर जीवाश्म उद्यान- ये राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश के धार जिले में हैं. इसकी स्थापना साल 2010 में हुई थी. इसका एरिया 0.89 वर्ग किलोमीटर का है.
- कूनो राष्ट्रीय उद्यान- ये राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में है. इसकी स्थापना साल 2018 में की गई थी. ये उद्यान 750 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला है.
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