Shiv Mahapuran Sehore: सीहोर (Sehore) जिला मुख्यालय से समीपस्थ्य ग्राम हेमा चितावलिया (Chitawliya) में आयोजित शिवमहापुराण (Shiv Mahapuran) की कथा में सियासी चेहरों की आवाजाही लगातार बनी है. कथा पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. कथा के तीसरे बुधवार को दिन यहां पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamalnath) के निर्देशों पर कांग्रेस (Congress) का एक डेलीगेशन कथावाचक प्रदीप मिश्रा से मिलने पहुंचा था.
बीजेपी नेता भी आए
कांग्रेस के डेलीगेशन के बाद गुरुवार को कुबरेश्वर धाम से बीजेपी (BJP) के सांसद, विधायक और पदाधिकारियों की टीम प्रदीप मिश्रा से मिली. टीम ने शिवमहापुराण स्थल पर व्यवस्थाओं का जायजा लिया साथ ही मिश्रा का अभिनंदन कर आर्शिवाद लिया. इसके अलावा गुरूवार को यहां पर विदिशा लोकसभा क्षेत्र के सांसद रमाकांत भार्गव, सीहोर विधायक सुदेश राय, आष्टा विधायक रघुनाथ मालवीय और जिलाध्यक्ष रवि मालवीय, महामंत्री रवि नागले और बीजेपी नेता दिलीप सरकार के साथ ही बीजेपी के अनेकों पदाधिकारी पहुंचे.
क्या था मामला
चौथे दिन भी कथा सुनाई गई तो बड़ी सख्या में श्रदालु शामिल हुए. ज्ञात हो कि कथा के पहले दिन यहां बड़ी संख्या में लोग पहुचे थे. जिसके कारण इंदौर-भोपाल हाइवे पर जाम की स्थिति निर्मित हो गई थी. घंटों जाम में यहां हजारों वाहन फंसे रहे और फिर प्रशासन द्वारा आनन-फानन में कथावाचक से चर्चा की गई. जिसके बाद प्रदीप मिश्रा ने व्यास गद्दी से श्रद्धालुओं से कहा था कि मेरे पर कथा रोकने का दबाव पड़ रहा है. आप लोग अपने अपने घर लौट जाएं और टीवी पर आनलाइन कथा सुनें. ऐसा बोलकर प्रदीप मिश्रा रो पडे थे. जिसके बाद इस मामले ने काफी तूल पकडा और कांग्रेस नेताओं ने बीजेपी सरकार पर सीधे आरोप लगाए थे. हालांकि कथा सुचारु रुप से रोजाना आयोजित की जा रही है. लेकिन अब जैसे जैसे कथा आगे बढ रही है राजनीतिक रंग और भी ज्यादा चढता जा रहा है. गुरूवार को यहां पर प्रदेश की पूर्व सीएम उमा भारती भी पहुंची थीं. जिन्होंने मिश्रा से बातचीत की और व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
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