Sehore News : कृषि उपज मंडी में हजारों किसान खाद लेने के लिए टोकन के साथ कतारों में सुबह छह बजे से लगे हुए है. लेकिन खाद नहीं मिलने पर मायूस हो रहे हैं. जबकि गोदाम में खाद की बोरिया भरी साफ दिखाई दे रही है. किसानों की लाख मिन्नते करने के बाद भी खाद नहीं दिया जा रहा है. खाद के लिए परेशान हो रहे किसानों ने कहा कि खाद की कालाबाजारी जानबूझकर की जा रही है. बाजार में पर्याप्त खाद मौजूद है पांच सौ रूपए बोरी बेचा जा रहा है. इधर किसानों को पर्याप्त खाद उपलब्ध कराने के सरकार के दावे झूठे हीं साबित हो रहे हैं.
दो दर्जन गावों के किसान परेशान
किसानों को महंगे दामों पर खाद खरीदने के लिए विवश किया जा रहा है. इधर वक्त पर खाद नहीं मिलने से रबी फसले खराब होने का अंदेशा भी बना हुआ है. संबंधित विभाग के द्वारा दिए गए टोकल लेकर मंगलवार को मुडलाकलां, पाड़ली, जमनी, जमोनिया, पडय़ाला, जानपुर, बावडिय़ा, राजू खेड़ी, कचनारिया सहित दो दर्जन गांवों किसान सीहोर स्थित कृषि मंडी में बने सरकारी खाद विक्रय केंद्र पहुंचे है. किसान जितेंद्र सिंह दांगी, बाबूलाल परमार, धनराज परमार, बाबूलाल ठाकुर, अजीत बागवान, राम सिंह, राकेश वार्म, विजय सिंह, लखन लाल आदि ने जिला प्रशासन से जरूरत के मुताबिक पर्याप्त खाद उपलब्ध कराने और काला बाजारी बंद कराने की मांग की है.
सुबह 6 बजे से लग रही कतार
गौरतलब है कि सीहोर जिले में रेहटी, खाचरोद सहित सीहोर के किसान रोज खाद के लिए परेशान हो रहे है कई सोसायईटीओं में हंगामा भी हो रहा है. लेकिन जिला प्रशासन का दावा है कि हम पर्याप्त खाद बांट रहे हैं. कुछ सोसाइटी पर किसान सुबह 6 बजे से ही लाइन लगाकर खड़े हो जाते हैं. वे सुबह से ही सोसाइटी खुलने इंतजार करते रहते हैं, जब सोसाइटी खुले और हमें खाद मिले. सीहोर के कृषि विभाग के अधिकारी ने बताया कि अभी तक साठ हजार मैट्रिक टन यूरिया खाद आ गया है. इसलिए यूरिया खाद का कहीं पर कोई संकट नहीं है. किसानों को भी यूरिया के लिए घबराने की जरूरत नहीं है.
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