(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
MP News: कोरोना संकट के बीच देवताओं के दर्शन को उमड़ी भारी भीड़, प्रशासन रहा मुस्तैद
Sehore News: सीहोर, सलकनपुर सहित कई अन्य देवस्थानों पर उमड़ा भक्तों का सैलाब पूरे दिन देखा गया. जिला, पुलिस एवं स्थानीय प्रशासन भी काफी मुस्तैद रहा और भीड़ को रोकने उपाय किए गए.
New Year: कोरोना वायरस के नए वेरीएंट ओमिक्रोन के बीच नववर्ष-2022 की शुरूआत लोगों ने धार्मिक स्थानों पर दर्शन के साथ की. इस दौरान भक्त बड़ी संख्या में सीहोर स्थित श्रीगणेश मंदिर, सलकनपुर स्थित मां बिजासन धाम सहित कई अन्य धार्मिक एवं देवस्थानों पर पहुंचे. नववर्ष को लेकर जिला एवं पुलिस प्रशासन सहित स्थानीय प्रशासन ने भी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद की थी. यह क्रम सुबह से लेकर देर शाम तक चलता रहा.
दर्शन के लिए लगी लंबी लाइन
कोरोना संक्रमण के बीच लोगों की आस्था का केंद्र धार्मिक स्थल ही सबसे ज्यादा रहा है. अंग्रेजी नववर्ष-2022 के पहले दिन की शुरूआत लोगों ने देवी-देवताओं के दर्शन के साथ ही. इस दौरान लोग बड़ी संख्या में सीहोर और सलकनपुर पहुंचे. सीहोर में सुबह से ही जहां स्थानीय लोग दर्शन के पहुंचे तो दोपहर एवं शाम तक भोपाल सहित आसपास के क्षेत्र के श्रद्धालु दर्शन के लिए आए. एक अनुमान के मुताबिक 75 हजार से अधिक लोग सीहोर के गणेश मंदिर पहुंचे थे. यहां पर पुलिस प्रशासन ने व्यवस्थाएं चाक-चौबंद की थी. जगह-जगह बेरीकेट्स लगाकर भीड़ को नियंत्रित किया जा रहा था. दर्शन के लिए दिनभर लंबी लाइन लगी रही.
सलकनपुर पहुंचे भक्त
इधर पहले दिन सलकनपुर स्थित मां बिजासन धाम में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और मातारानी के दर्शन के साथ पहले दिन की शुरूआत की. भक्तों के आने का सिलसिला यहां भी सुबह से ही शुरु हो गया था. स्थानीय एवं आसपास के लोगों के अलावा भोपाल, इंदौर, सीहोर, हरदा, होशंगाबाद सहित कई अन्य शहरों से भी लोग यहां पर दर्शन के लिए पहुंचे. एक अनुमान के मुताबिक एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने मातारानी के दर्शन किए. इस दौरान जिला एवं पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा. पुलिस टीम लगातार लोगों की सुरक्षा में जुटी रही. रेहटी तहसीलदार केएल तिलवारी, रेहटी थाना प्रभारी अरविंद कुमरे, सलकनपुर चौकी प्रभारी राजू मकोड़ सहित पुलिस एवं राजस्व अमला सुरक्षा एवं व्यवस्थाओं में जुटा रहा.
यहां भी पहुंचे श्रद्धालु
नववर्ष के पहले दिन बड़ी संख्या में लोगों ने जिले के आंवलीघाट, नीलकंठ, बाबरी, मरदानपुर, छीपानेर सहित कई अन्य नर्मदा घाटों पर डुबकी लगाई. इसके अलावा मेहरुगांव स्थित बिजासनधाम, भीलटदेव, सातदेव सहित कई अन्य देवस्थानों के भी दर्शन किए.
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