MP Registration For Procurement Server Down: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में मार्च माह में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी लगभग शुरू हो जाएगी. इसके लिए पंजीयन की प्रक्रिया जारी है. सीहोर (Sehore) जिले में सोसायटीओं के अलावा भी कामन सर्विस सेंटर सहित एमपी ऑनलाइन व अन्य माध्यमों से किसान उपार्जन के लिए पंजीयन करा सकते हैं. किसानों के पास अब मात्र 8 दिन बचे हैं हुए हैं. इस बीच किसानों को पंजीयन कराना अनिवार्य है अन्यथा वे उपार्जन केंद्रों पर गेहूं की उपज बेचने के पात्र नहीं होंगे. जिले में अभी तक करीब 60 हजार से अधिक किसानों ने समर्थन मूल्य पर उपज बेचने के लिए पंजीयन कराया है, जबकि जिले में करीब 2 लाख 85 हजार किसान हैं.


5 मार्च तक होगा पंजीयन


सीहोर जिले में समर्थन मूल्य पर किसानों की उपज खरीदने के लिए किसानों ने पंजीयन की प्रक्रिया शुरू की है. इसके तहत 5 मार्च तक पंजीयन का कार्य किया जाएगा. इसके लिए किसानों को अलग-अलग तरह से मोबाइल के माध्यम से भी पंजीयन कराने की सुविधा दी है. इसके अलावा किसी भी एमपी ऑनलाइन सेंटर कॉमन सर्विस सेंटर सोसायटीओं में पंजीयन केंद्र बनाया गया है. जहां किसान जाकर अपना पंजीयन करा सकते हैं. इस साल किसानों को शासन ने अपनी उपज बेचने के लिए नई सुविधा दी है. इसके तहत किसानों को उनके द्वारा तय की गई तारीख पर उपज बेचने के लिए पास के केंद्र पर जाना होगा. इसके अलावा किसानों को अपने गांव के नजदीक उपार्जन केंद्र पर उपज बेचने के लिए छूट प्रदान की गई है. ताकि किसानों को अपनी उपज तोल कराने के लिए कोई परेशानी ना हो.


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पोर्टल में आ रही है समस्या


समर्थन मूल्य पर उपज बेचने के लिए किसान से पंजीयन का कार्य कराया जा रहा है, लेकिन पंजीयन के पोर्टल में बार-बार समस्या आ रही है. इसके चलते आए दिन किसान परेशान हो रहे हैं. किसानों का कहना है कि सोसायटीओं में पंजीयन के लिए जब जाते हैं तो सर्वर की समस्या हो रही है, इससे किसानों का पंजीयन नहीं हो पा रहा है. वहीं किसान आए दिन सोसाइटी के चक्कर पंजीयन कराने के लिए काट रहे हैं.


किसान ने अपने खेत में कितने तरह की फसल लगाई है. इसकी रिपोर्ट गिरदावरी में चढ़ी हुई है. इसके अनुसार ही किसानों का पंजीयन का काम किया जा रहा है. यदि किसानों ने 10 एकड़ में गेहूं का रकबा बताया है तो उसके खेत में गिरदावरी रिपोर्ट में भी 10 एकड़ में ही गेहूं की फसल होना जरूरी है. यदि ऐसा नहीं होता है तो किसान के खेत में गिरदावरी में जितनी फसल चढ़ी हुई है उसके अनुसार ही पंजीयन किया जाएगा. इसके अलावा गेहूं की फसल के प्रति एकड़ के हिसाब से लिमिट भी शासन ने निर्धारित की है. उसके आधार पर किसानों से उपार्जन केंद्र पर उपस्थित अफरीदी की जाएगी.


जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि समर्थन मूल्य पर गेहूं फसल के उपार्जन के लिए पंजीयन का कार्य तेजी से चल रहा है. इसके लिए जिले में अलग-अलग जगहों पर पंजीयन केंद्र बनाए गए हैं. इसके अलावा किसान अपनी सुविधाओं के अनुसार अपने मोबाइल से भी पंजीयन करा सकते हैं.


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