सीहोर जिले में कुपोषण को मिटाने के लिए प्रदेशभर में अटल बाल सवंद्धर्न अभियान चलाया जा रहा है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बीते महीने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि कुपोषण मुक्त प्रदेश बनाना है. जिसके बाद तत्कालीन भोपाल संभाग कमिश्नर कवीन्द्र कियावत और सीहोर कलेक्टर चन्द्र मोहन ठाकुर के मार्गदर्शन में जिलेभर में कुपोषित बच्चों को सामान्य श्रेणी में लाने के लिए खास कोशिशें की गईं. अब इन प्रयासों के बेहतर नतीजे देखने को मिल रहे हैं.


अतिगंभीर कुपोषित 318 बच्चों में से 295 का ग्रेड परिवर्तन हुआ


पिछले महीने जिले भर में 318 अतिगंभीर कुपोषित बच्चे थे, जिनमें से 295 बच्चों का ग्रेड परिवर्तन हो गया है जो 'अतिगंभीर' श्रेणी से बाहर आ गए हैं. वहीं पहले 1538 कुपोषित बच्चे थे, जिनमें से 1270 की श्रेणी सुधार हुई जो अब सामान्य श्रेणी में पहुंच गए हैं. इसी प्रकार दोंनो श्रेणियों में अभियान के दौरान 1565 कुपोषित बच्चों का ग्रेड चेंज हुआ है.


अतिकुपोषित बच्चों की जिम्मेदारी अधिकारियों को दी गई थी


वहीं अक्टूबर के पहले सप्ताह में मुख्यालय स्थित टाउन हाल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान तत्कालीन कमिश्नर कवीन्द्र कियावत ने 'अतिकुपोषित' बच्चों की जिम्मेदारी अधिकारियों को दी थी. अधिकारियों ने अपनी और से इन बच्चों को पोषण किट बांटी. कलेक्टर चन्द्र मोहन ठाकुर खुद अभियान को लेकर मानिटर्रिंग कर रहे थे. जिन्होंने इच्छावर, बुधनी और नसरुल्लागंज के अनेकों क्षेत्रों का दौरा किया और कुपोषित बच्चों के परिजनों से मिलकर उचित सलाह और पोषण आहार उपलब्ध कराया.


एनजीओ, संगठनों का सहयोग


महिला बाल विकास अधिकारी प्रफुल्ल खत्री ने बताया कि कलेक्टर के मार्गदर्शन में पूरा अभियान चलाया जा रहा है. अधिकारियों के साथ ही एनजीओ और सामाजिक संगठन इस कार्य में अपना सहयोग दे रहे थे. कुपोषित बच्चों को मालिश तेल और हेल्दी हाइट के लिए पोषण कीट बांटी गई और टीम ऐसे बच्चों की निगरानी कर रही थी.


ये भी पढ़ें


Sehore News: सीहोर में आबकारी विभाग की छापेमारी, 10 जगहों से कई लीटर कच्ची शराब जब्त


Ballia News: ओमप्रकाश राजभर का बीजेपी पर बड़ा आरोप, कहा- नेताओं को नागपुर में मिलती है झूठ बोलने की ट्रेनिंग