Sihore News : कुन्नूर हेलिकॉप्टर क्रैश में सीहोर के किसान का लाल भी शहीद, सीएम ने ट्वीट कर दी श्रद्धांजलि
Sihore News : हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद जितेंद्र के पिता गांव के किसान हैं. अब जिनके भरोसे पर पूरे घर का पालन पोषण होगा, इसके अलावा शहीद जवान के दो छोटे बच्चे भी हैं.
Sihore News : तमिलनाडु में कुन्नूर के जंगलों में बुधवार दोपहर 12:20 बजे सेना का Mi-17V5 हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया. घने जंगलों में हुए इस हादसे के बाद हेलिकॉप्टर में आग लग गई. इसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका समेत सेना के 13 लोगों की मौत हो गई. हादसे में सीहोर के धामंदा गांव में रहने वाले जवान जितेंद्र कुमार की भी मौत हुई है. जानकारी मिलते ही पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए जितेंद्र के घर पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया.
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर दी श्रद्धांजलि
सीहोर के कलेक्टर चंद्र मोहन ठाकुर ने जितेंद्र कुमार शहीद होने की पुष्टि की. कलेक्टर ने बताया कि थोड़ी देर पहले ही इस संबंध में सूचना मिली है. तत्काल उनके घर पर पुलिस बल तैनात किया गया है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्विटर पर सीहोर जिले के सपूत को दी श्रद्धांजलि. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने ट्वीट लिखा मध्यप्रदेश की माटी के सपूत जितेंद्र कुमार जी को सादर श्रद्धांजलि। जिस हृदय विदारक हेलीकॉप्टर हादसे ने सीडीएस बिपिन रावत जी को हमसे छीन लिया, उसी में सीहोर के पुत्र ने कर्तव्य निर्वहन करते हुए प्राण गवां दिए। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर श्रीचरणों में स्थान दें। ॐ शांति।
मध्यप्रदेश की माटी के सपूत जितेंद्र कुमार जी को सादर श्रद्धांजलि। जिस हृदय विदारक हेलीकॉप्टर हादसे ने सीडीएस बिपिन रावत जी को हमसे छीन लिया, उसी में सीहोर के पुत्र ने कर्तव्य निर्वहन करते हुए प्राण गवां दिए। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर श्रीचरणों में स्थान दें।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 8, 2021
।ॐ शांति। pic.twitter.com/M8i2NmzcWb
शहीद के पिता है गांव के किसान
शहीद जितेंद्र कुमार के पिता शिव नारायण वर्मा गांव के किसान हैं. जितेंद्र शिव नारायण वर्मा का बड़ा बेटा था. जितेंद्र का छोटा भाई धर्मेंद्र है और उनकी एक बहन भी है. जिसकी शादी हो चुकी है. गांव पर पिता के हिस्से में 3 एकड़ जमीन है, किसानी और बड़े बेटे जितेंद्र के भेरोसे ही पूरा घर का पालन पोषण होता था. जितेंद्र को सेना में गए 8 साल हो गए थे. शहीद जवान के पत्नी और दो छोटे-छोटे बच्चे भी हैं. जिसमें एक चार साल की बच्ची और एक साल का लड़का है.
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