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Madhya Pradesh Siyasi Scan: पहले अरुण यादव ने दिया था सियासी बलिदान, अब इस दिग्गज को हराने के लिए कांग्रेस को 'भगत सिंह' की तलाश

Siyasi Scan: साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बुधनी विधानसभा से 16 प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत अजमाई थी. बीजेपी से शिवराज सिंह चौहान तो कांग्रेस से अरुण सुभाष यादव मैदान में थे.

Madhya Pradesh Siyasi Scan: चुनावी राज्य मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने में भले ही अभी सात-आठ महीने का समय शेष रह गया हो, लेकिन कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने बुधनी विधानसभा से प्रत्याशी उतारने के लिए अपनी खोज शुरु कर दी है. अब तक बुधनी विधानसभा से चार चुनावों में कांग्रेस के प्रत्याशियों को हार का ही सामना करना पड़ा है.

पिछली बार अरुण यादव को मैदान में उतारा
पिछली बार साल 2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने बुधनी विधानसभा से सीएम शिवराज सिंह चौहान के सामने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व सांसद अरुण यादव को उतारा था. उम्मीद थी कि सीएम शिवराज सिंह चौहान कांग्रेस प्रत्याशी अरुण यादव के सामने बुधनी में ही उलझकर रह जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. सीएम चौहान ने बुधनी विधानसभा में प्रचार की जिम्मेदारी कार्यकर्ता और अपनी पत्नी साधना सिंह के सुपुर्द कर दी थी और आसानी से वे 58 हजार वोटों से चुनाव जीत गए थे. इसी तरह साल 2008 में बीजेपी से शिवराज सिंह चौहान के सामने कांग्रेस से महेश सिंह राजपूत मैदान में थे, साल 2013 में शिवराज सिंह चौहान कांग्रेस से महेन्द्र सिंह चौहान मैदान में थे, जो चुनाव हार गए थे. 

लूप लाइन में अरुण यादव
साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बुधनी विधानसभा से सीएम शिवराज सिंह चौहान के सामने अरुण यादव ने अपनी हार के रूप में सियासी बलिदान दिया था. लेकिन अरुण यादव के इस सियासी बलिदान पर कांग्रेस ने अरुण यादव को इनाम देने के बजाए लूप लाइन में डाल दिया. पिछले सवा चार साल से कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव सियासी गलियारों से नदारद रहे. बीते दिनों तो पीसीसी चीफ और अरुण यादव के अनबन की खबरें भी आईं थी. हालांकि अब चंद रोज से फिर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण यादव फिर सक्रिय हुए. बीते दिनों तो उनके प्रयासों से अशोक नगर से बीजेपी नेता कांग्रेस में भी शामिल हुए हैं. 

साल 2018 के बुधनी विधानसभा प्रत्याशी
बता दें कि साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बुधनी विधानसभा से 16 प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत अजमाई थी. बीजेपी से शिवराज सिंह चौहान मैदान में तो कांग्रेस से अरुण सुभाष यादव. इस चुनाव में बीजेपी से शिवराज सिंह चौहान को एक लाख 23 हजार 492 मत प्राप्त हुए थे, जबकि कांग्रेस के अरुण सुभाष यादव को 64 हजार 493 मत मिले थे. इस तरह बीजेपी से शिवराज सिंह चौहान ने यह चुनाव 58 हजार 999 वोटों से चुनाव जीत लिया था. जबकि इस चुनाव में अन्य उम्मीदवारों में रेवाराम सल्लम गोंडवाना गणतंत्र पार्टी 8152, संजीव कुमार बसपा 1683, हेमराज पेठारी निर्दलीय 1386, प्रेमसिंह निर्दलीय 672, शेखर चौहान निर्दलीय 628, विमलेश आरबी आप 535, वीना एसएचएस 380, गुंडेश कुमार खंबरा निर्दलीय 335, अब्दुल रशीद निर्दलीय 328, रामेश्याम शर्मा भोलू भारतीय राष्ट्रवादी समानता पार्टी 307, प्रेमनारायण गुप्ता निर्दलीय 302, बृजेश गुप्ता जयलोक पार्टी 260 और निर्दलीय के रूप में अमरसिंह ने 233 मत प्राप्त किए थे. 

सज्जन वर्मा ने दिए संकेत
बता दें कि बीते महीने पूर्व सीएम कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान के गढ़ से चुनावी शंखनाद किया था. सीहोर जिला मुख्यालय पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था. कार्यक्रम के दौरान पूर्व मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा ने इशारो-इशारों में संकेत दिए थे कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सीएम शिवराज सिंह चौहान के सामने किसी आदिवासी ईमानदार चेहरे को चुनाव मैदान में उतार सकती है.

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