Israel-Hamas War: मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले के शिवधाम कुंडेश्वर की बेटी स्वाति सिरोटिया युद्ध के कारण इसराइल में फंस गई है. बेटी के साथ उसके माता-पिता ने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है. चिंता की बात यह है कि 30 अक्टूबर को स्वाति का वीजा समाप्त हो रहा है.फिलहाल स्वाति बेहद डरी हुई है.
बताया गया है कि टीकमगढ़ जिला मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित धार्मिक नगरी शिव धाम कुंडेश्वर की बेटी स्वाति सिरोटिया इजराइल में फंसकर रह गई है.वह साल 2020 में एग्रीकल्चर विषय से एमएससी करने इजराइल गई थी. उसे इसी महीने डिग्री कम्प्लीट होने पर वापस घर लौटना था, लेकिन इसराइल और हमास के बीच शुरू हुए युद्ध के चलते वह हॉस्टल में फंसकर रह गई है. परिजनों ने बताया कि 30 अक्टूबर को स्वाति का वीजा समाप्त हो रहा है.
बेटी हॉस्टल में फंसकर रह गई है
स्वाति के पिता राजेंद्र ने बताया कि 7 अक्टूबर को अचानक हमास और इजराइल के बीच युद्ध छिड़ जाने से उनकी बेटी हॉस्टल में फंसकर रह गई है. पिता ने बताया कि मंगलवार (10 अक्टूवर ) सुबह स्वाति से फोन पर वीडियो कॉल से बात हुई थी. उसने बताया कि फिलहाल वह हॉस्टल में सुरक्षित है. सायरन बजते ही डेढ़ मिनट के अंदर बंकर में जाना पड़ता है. हॉस्टल में जो कुछ खाने-पीने का इंतजाम है, उससे ही काम चल रहा है.
इंडियन एंबेसी से कोई मदद नहीं मिली है
अपने पिता से वीडियो कॉल में स्वाति ने बताया कि फिलहाल उसे इंडियन एंबेसी से कोई मदद नहीं मिली है. 14 तारीख तक के लिए सभी फ्लाइट बंद कर दी गई हैं. केवल इथियोपियन एयरलाइन की फ्लाइट ऑपरेट हो रही है,जो इथोपिया की राजधानी आदिस अबाबा जा रही है. स्वाति नहीं यह भी बताया कि उसकी यूनिवर्सिटी में 30 से 35 और भी इंडियन स्टूडेंट है. यह सभी लोग फिलहाल भारत सरकार से मदद का इंतजार कर रहे हैं.
केंद्र सरकार से की अपील
बेटी को सुरक्षित भारत लाने के लिए पिता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाई है. स्वाति के परिजनों ने देश के एक ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर को सौंपते हुये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार से अपील की है कि उनकी बच्ची को सकुशल इजराइल से भारत लाया जाए. वही, इस पूरे मामले में डिप्टी कलेक्टर आर के तोमर ने स्वाति के पिता को आश्वासन देते हुए कहा कि उनके द्वारा दिये गये पत्र को आवश्यक कार्यवाही हेतु भारत सरकार का भेजा जायेगा.
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