Madhya Pradesh: अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर गए परिवहन विभाग के कर्मचारी, जानें- क्या हैं उनकी डिमांड
Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश में परिवहन विभाग के कर्मचारियों-अधिकारी सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. इसके चलते आरटीओ के दफ्तर में सन्नाटा पसर गया है.
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में (Madhya Pradesh) चुनावी साल आते ही विभिन्न कर्मचारी संगठन लगातार हड़ताल पर जाने लगे हैं. अपनी अपनी मांगों को लेकर कर्मचारी संगठन लामबंद हो रहे हैं. वहीं अब सोमवार से मध्य प्रदेश के अंदर परिवहन विभाग (Transport Department) के कर्मचारियों-अधिकारियों ने भी हड़ताल का रास्ता चुन लिया है.
मध्य प्रदेश राज्य परिवहन अधिकारी संगठन के द्वारा एक प्रेस नोट भी जारी किया गया है, जिसमें लिखा है कि परिवहन विभाग मध्य प्रदेश के अधिकारियों और कर्मचारियों के संयुक्त संगठनों द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि कुछ वर्षों से लगातार अपनी मांगों को लेकर परिवहन आयुक्त और शासन स्तर पर ज्ञापन दिए गए हैं. हम जायज मांगों को पूर्ण करने के लिए शांति पूर्वक और सहनशीलता से निरंतर प्रयासरत रहे हैं, लेकिन अनेक आश्वासनों के मिलने के पश्चात भी एक भी मांग शासन द्वारा नहीं मानी गई है.
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय
इन्हीं मांगों के पूरा न होने के चलते मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ हड़ताल पर जा रहा है. कुल मिलाकर सोमवार से मध्य प्रदेश के आरटीओ में होने वाले कामकाज ठप होने वाले हैं, क्योंकि आरटीओ कर्मचारियों द्वारा छह सूत्री मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय ले लिया गया है. इसका असर सभी आरटीओ कार्यालय पर पड़ने वाला है अब देखने वाली बात होगी कि प्रशासन कब तक इस समस्या का समाधान निकाल पाता है.
ये हैं मांगें
- जिला परिवहन कार्यालय अनूपपुर में की गई कार्यवाही को तत्काल वापस लिया जाए.
- परिवहन विभाग के अधिकारियों की वेतन विसंगति संबंधी मांग
- केडर रिव्यू किया जाए
- जिला स्तर पर प्रवर्तन अमले संबंधी मांग.
- यात्री बस दुर्घटना होने पर आरटीओ को उत्तरदाई ना माना जाए.
- दूसरे अन्य विभागीय कार्यों में RTO को संलग्न ना किया जाए.
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