उज्जैन: महाकालेश्वर मंदिर विस्तारीकरण योजना के तहत 70 मीटर के दायरे में आ रहे 11 मकानों को हटाने की कार्रवाई शुरू हो गई है. एक मकान मालिक के पास स्थगन होने की वजह से उक्त मकान को नहीं हटाया जा रहा है, जबकि शेष 10 मकानों को हटाया जान की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
बता दें कि महाकालेश्वर मंदिर वितरण योजना का कार्य तेजी से चल रहा है. मार्च माह तक विस्तारीकरण योजना का एक फेस पूरा हो जाएगा. कार्य में और अधिक गति लाने के लिए उज्जैन कलेक्टर महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष आशीष सिंह ने निर्देश जारी कर दिए हैं. जिसके बाद महाकालेश्वर मंदिर के सामने 70 मीटर की सीमा में आ रहे मकानों का अधिग्रहण करने के बाद उन्हें तोड़ना शुरू कर दिया गया है.
11 मकानों के अधिग्रहण की प्रक्रिया हो चुकी है पूरी
वहीं अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी संतोष टैगोर ने बताया कि 11 मकानों के अधिग्रहण की प्रक्रिया पहले ही पूर्ण हो गई थी. इसके बाद मकानों का हटाने की कार्रवाई शुरू हो गई है. इन मकानों का हटाने के लिए नगर निगम की टीम के साथ जिला प्रशासन और पुलिस विभाग मौके पर मौजूद है.
मकान हटाने के एवज में दी जानी है 12 करोड़ के लगभग मुआवजा राशि
महाकाल मंदिर विस्तारीकरण योजना के तहत श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए इन मकानों को हटाया जा रहा है. मकानों का हटाने के अधिग्रहण के एवज में मकान मालिकों को 12 करोड़ रुपये के लगभग मुआवजा राशि वितरित होना है. श्री टैगोर ने बताया कि एक भवन मालिक के पास स्थगन होने की वजह से उक्त मकान को फिलहाल नहीं हटाया जा रहा है.
महाकालेश्वर मंदिर में लगातार बढ़ रही है श्रद्धालुओं की भीड़
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर में लगातार श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ रही है. पिछले 10 सालों की बात की जाए तो मंदिर में 5 गुना से ज्यादा श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ी है. ऐसी स्थिति में मंदिर का विस्तारीकरण बेहद जरूरी है. महाकाल मंदिर विस्तारीकरण योजना पूर्ण होने के बाद पूरे परिसर में 1 लाख श्रद्धालु एक ही समय पर मौजूद रह पाएंगे.
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