एक जुलाई से शुरू होगा एमपी विधानसभा का मानसून सत्र, CM मोहन की ओर से जवाब देंगे 7 मंत्री
MP Monsoon Session: सीएम मोहन यादव के पास सामान्य प्रशासन, गृह, जेल, खनिज साधन, औद्योगिक नीति सहित कई विभाग हैं. एक जुलाई से शुरू हो रहे मानसून सत्र में सभी विभागों के लिए अलग मंत्री जवाब देंगे.
MP Assembly Monsoon Session: एक जुलाई से मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र की शुरुआत होने जा रही है. मानसून सत्र को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की ओर से जवाब देने के लिए 7 मंत्रियों को जिम्मेदारी दी गई है. इसकी सूचना भी विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर को दे दी है.
बता दें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के पास सामान्य प्रशासन, गृह, जेल, खनिज साधन, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन, प्रवास भारतीय, विमानन, नर्मदा घाटी विकास, जनसंपर्क, विधि एवं विधायी कार्य, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, आनंद और लोक सेवा प्रबंधन विभाग की जिम्मेदारी है. सीएम डॉ. मोहन यादव की तरफ से इन विभागों से संबंधित जवाब राज्यमंत्री कृष्ण गौर, धर्मेन्द्र सिंह लोधी, गौतम टेटवाल, नरेन्द्र शिवाजी पटेल, प्रतिमा बागरी, दिलीप अहिरवार और राधा सिंह द्वारा दिया जाएगा.
मंत्रियों को दी जाएगी सीख
विधानसभा सत्र के दौरान संबंधित जवाबों के उत्तर देने के लिए मंत्रियों के साथ बैठकर उन्हें संपूर्ण जानकारी दी जाएगी, ताकि सदस्य का जिज्ञासा का समाधान किया जा सके. अतारांकित प्रश्नों के उत्तर अधिकारियों द्वारा मंत्रियों के अनुमोदन से विधानसभा सचिवालय भेजे जाएंगे.
कौन मंत्री किस विभाग का उत्तर देगा
- कृष्णा गौर : सामान्य प्रशासन विभाग से संबंधित जवाबों के उत्तर देंगी.
- धर्मेन्द्र सिंह लोधी : नर्मदा घाटी विकास, जनसंपर्क.
- गौतम टेटलवाल : विधिा एवं विधायी कार्य, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
- नरेन्द्र शिवाजी पटेल : गृह, जेल.
- प्रतिमा बागरी : प्रवासी भारतीय, विमानन.
- दिलीप अहिरवार : खनिज साधन, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन.
- राधा सिंह : आनंद, लोक सेवा प्रबंधन
मानसूत्र सत्र में उठेगा नर्सिंग कॉलेज स्कैम का मामला
मध्य प्रदेश में फिलहाल सबसे बड़ा मुद्दा नर्सिंग कॉलेज घोटाले का है. ऐसे में यह मुद्दा मानसून सत्र में भी उठना लाज़मी है. आसार हैं कि कांग्रेस नर्सिंग कॉलेज के मुद्दे को सदन में जोर-शोर से उठाएगी. ऐसा कहा जा सकता है कि नर्सिंग कॉलेज घोटाले ने व्यापमं स्कैम को भी पीछे छोड़ा दिया है. इस घोटाले में सीबीआई अफसर भी रिश्वत लेते पकड़े जा चुके हैं.
यह भी पढ़ें: BJP नेता के हत्यारोपी को इंदौर ले गई पुलिस, भोपाल के पास रिश्तेदार के घर में छुपे बैठे थे आरोपी