Vidisha News: पीएम किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) का लाभ पाने के लिए हजारों किसान पिछले कई वर्षों से परेशान हैं. जानकारी के मुताबिक योजना का लाभ पाने के लिए किसी ने पांच तो किसी ने सात बार आवेदन किया है. एक बार आवेदन करने में जन सेवा केंद्र पर 150 से 200 रुपये का चार्ज भी लिया जाता है. ऐसे में यह किसान पहली किस्त से अधिक रुपये आवेदन में खर्च कर चुके हैं इसके बावजूद योजना से लाभान्वित नहीं हो पाए हैं. दरअसल यह गड़बड़ी आधार कार्ड में हुए गलती का नतीजा थी.
नाम में एक अक्षर की गलती से लाभ मिलना हुआ बंद
अब मध्य प्रदेश के विदिशा जिले की से एक मामला सामने आया है, जहां ऑपरेटर की इस गलती की वजह से एक गरीब किसान को 2 साल से पीएम सम्मान निधि योजना के तहत मिलने वाली राशि नहीं मिली. गौरतलब है कि 2018 में केंद्र सरकार ने कमजोर वर्ग के किसानों के लिए हर तीन माह में किसान सम्मान निधि के रूप में 2000 रु. देने का प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. कुछ समय तक विदिशा जिले के छीर खेड़ा निवासी 70 वर्षीय किसान भंवरलाल को यह राशि प्राप्त हुई, लेकिन जब इस योजना के लिए सरकार ने आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया तो गरीब किसान को राशि मिलना बंद हो गई. क्योंकि भंवर लाल के आधार कार्ड पर उसका नाम भम्वर लाल लिखा हुआ था. जबकि पोर्टल पर भंवर लाल के नाम से पंजीयन था. नाम की स्पेलिंग में M का अंतर होने से अब गरीब किसान परेशान हो गया.
तहसीलदार ने ठीक कराई गलती
वहीं जब इसकी जानकारी तहसीलदार एमबी ओझा को लगी तो उन्होंने भंवरलाल की समस्या का निराकरण कराते हुए नाम ठीक कराया. जिससे अगले माह से उसे सम्मान निधि मिलने लगेगी. तहसीलदार एमपी ओझा का कहना आधार कार्ड बनवाते समय इन छोटी-छोटी गलतियों को ध्यान देने की जरूरत है. बता दें कि पीएम किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को एक वर्ष में छह हजार रुपये मिलता है. तीन किस्तों में किसानों को दो-दो हजार रुपये करके उनके खाते में ट्रांसफर की जाती है.