Success Story: ट्यूशन पढ़ाकर अपनी फीस भरती थीं सना अली, आज ISRO में हुईं चयनित, सीएम शिवराज ने दी बधाई
Sana Ali: इसरो में टेक्निकल असिस्टेंट के पद पर चयनित होने वाली सना खान ने सफलता का मूल मंत्र बताते हुए कहा कि, नियमित अध्ययन और लक्ष्य को पाने के सतत प्रयास से सफलता जरुर मिलती है.
Sana Ali selected in ISRO: कहते हैं जहां चाह होती है वहां राह अपने आप बन जाती है. ऐसा ही कुछ मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के विदिशा (Vidisha) में रहने वाली सना अली (Sana Ali) ने कर दिखाया. सना अली ने आर्थिक तंगी के चलते ट्यूशन पढ़ाकर अपनी फीस भरी और अपने सपनों को उड़ान देने के लिए खूब मेहनत की. सना अली इसरो (ISRO) में टेक्निकल असिस्टेंट (Technical Assistant) के रूप में चयनित होकर ज्वाइन करने जा रही है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने सना अली और उनके परिवार को बधाई दी है.
विदिशा के निकासा मोहल्ला इलाके में एक जर्जर मकान में साजिद अली का परिवार रहता है, वह पेशे से एक ड्राइवर हैं. साजिद अली की बेटी सना अली शुरू से ही पढ़ाई में होशियार थी. उन्हें अंतरिक्ष के रहस्यों में बेहद रूचि थी. इसी के चलते उन्होंने इसरो (इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन) में जाने का सपना देखा और उसके लिए कड़ी मेहनत की.
चयन सतीश धवन स्पेस सेंटर में सना अली का हुआ चयन
सना का इसरो में जाने का सपना कई वजहों से आसान नहीं थीं. उनके सपने को पूरा करने में सबसे बड़ी रुकावट आर्थिक तंगी की आ रही थी. हालांकि माता-पिता ने सना को पढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. पिता ने रिश्तेदारों से पैसे उधार लेकर और मां ने अपने कीमती जेवर गिरवी रखकर सना की पढ़ाई पूरी करवाई. सना ने एसएटी कॉलेज से पढ़ाई करने के बाद इंजनियरिंग में पोस्ट ग्रेजुएशन किया. सना अली का चयन सतीश धवन स्पेस सेंटर में टेक्निकल असिस्टेंट के पद पर हुआ है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया के माध्यम से सना अली और उनके परिवार को बधाईयां दी है.
सना लड़कियों के लिए बनी नजीर
जब सना अली अपनी पढ़ाई कर रही थीं तो कई लोगों ने उनके परिवार वालों को जल्द से शादी करने की सलाह दी. सना अली का निकाह ग्वालियर के इंजीनियर अकरम खान से हुआ. ससुराल वालों ने भी सना अली की रुचि देखकर उनकी पढ़ाई में कोई बाधा नहीं डाली. इसी के चलते सना अली ने अपना ख्वाब पूरा कर लिया है. सना अली मध्य प्रदेश की उन बेटियों के लिए नजीर बन गई हैं जो आर्थिक तंगी के कारण अपनी पढ़ाई को विराम दे देती हैं.
सना अली का एमपी की छात्राओं को दिया ये पैगाम
सना अली ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता के अलावा ससुराल वालों, शिक्षकों, रिश्तेदारों और टीचरों को दिया है. सना अली ने मध्य प्रदेश की छात्राओं को यह पैगाम दिया है कि यदि वे अपना ख्वाब पूरा करना चाहती हैं, तो पूरी मेहनत और लगन के साथ उन्हें पढ़ाई करना होगी. सना ने यह भी कहा कि मंजिल दूर जरूर नजर आती है लेकिन नियमित अध्ययन और प्रयास से सफलता जरुर मिलती है. उन्होंने खासतौर पर छात्राओं के लिए यह संदेश दिया है कि जीवन में कुछ भी नामुमकिन नहीं है, इसलिए मेहनत में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहिए.
यह भी पढ़ें: