Mahakaleshwar Temple: उज्जैन में महादेव-पार्वती का रिसेप्शन, भक्त दुल्हा-दुल्हन से लेंगे आर्शीवाद, भूत-प्रेतों की निकलेगी बारात
Shiv-Parvati Reception: उज्जैन में भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह की तैयारियां चल रही हैं. उन्हें हल्दी लगातार विवाह के गीत भी गाए जाएंगे. इसके बाद रिसेप्शन का भी आयोजन किया जाएगा.
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Ujjain Shiv-Parvati Reception: धार्मिक नगरी उज्जैन में पिछले 24 सालों से लगातार एक ऐसी अनूठी शादी का रिसेप्शन दिया जाता है. जहां पर हजारों की संख्या में मेहमान आते हैं और दूल्हा-दुल्हन से आशीर्वाद लेते हैं. जी, हां दूल्हा-दुल्हन के रूप में जब भगवान को मंच पर विराजित किया जाता है तो बड़ी संख्या में भक्त शादी का उत्सव मनाने के साथ-साथ दूल्हा दुल्हन से आशीर्वाद लेकर जाते हैं. धार्मिक नगरी उज्जैन में महाशिवरात्रि पर्व के बाद महाकालेश्वर मंदिर भक्त मंडल द्वारा भगवान के विवाह उत्सव का रिसेप्शन दिया जाता है.
मंदिर आयोजन समिति के संयोजक महेंद्र कटियार बताते हैं कि जिस प्रकार से विवाह समारोह के दौरान सह भोज का आयोजन किया जाता है. उसी प्रकार भगवान की महाशिवरात्रि के बाद पिछले 24 सालों से लगातार स्नेह भोज का आयोजन किया जा रहा है. इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं. उन्होंने बताया कि इस बार 50000 से ज्यादा शिव भक्तों के शामिल होने की संभावना है. महाकालेश्वर मंदिर के पास ही विशाल पंडाल के साथ रिसेप्शन की तैयारी शुरू हो गई है.
भूत प्रेत की निकाली जाती है बारात
रिसेप्शन के पहले उज्जैन में विवाह समारोह को लेकर निभाई जाने वाली सभी परंपराओं को निभाया जाता है. आयोजन समिति के सदस्य पंडित चंद्रशेखर वशिष्ठ के मुताबिक भगवान महाकाल को विवाह समारोह के दौरान हल्दी भी लगाई जाती है. इसके अलावा विवाह के गीत भी गए जाते हैं. महिला श्रद्धालु भी इस परंपरागत आयोजन में बड़ी संख्या में हिस्सा लेती है.
नगर भोज का होता है आयोजन
रिसेप्शन में शामिल होने वाले देवेश वर्मा के अनुसार पिछले कई सालों से यह आयोजन लगातार हो रहा है. इस आयोजन में बड़ी संख्या में हलवाई बुलाए जाते हैं. इसके अलावा क्विंटल दूध, घी, तेल आदि का उपयोग किया जाता है. आयोजन में नगर भोज के रूप में आमंत्रण दिया जाता है. जो भी शिव भक्त कार्यक्रम में पहुंचते हैं वह प्रसादी ग्रहण करते हैं. आयोजन को लेकर महाशिवरात्रि के पहले से ही तैयारी की जाती है.
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