Holi 2025: भगवान महाकाल के दरबार में होलिका दहन, आरती में जमकर उड़े गुलाल
Mahakal Holi 2025: महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी ने बताया कि मंदिर में अनूठी परंपरा निभाई जाती है. भक्तों के द्वारा भगवान को गुलाल लगाया जाता है.

प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के दरबार में होलिक का दहन हुआ. महाकाल मंदिर में सबसे पहले धार्मिक परंपराओं को निभाया जाता है. इसके बाद देशभर में होलिका का दहन होता है. उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में संध्याकालीन आरती के दौरान जमकर गुलाल उड़ाया गया. महाकालेश्वर मंदिर के संजय पुजारी ने बताया कि द्वादश ज्योतिर्लिंगों में प्रमुख भगवान महाकाल के दरबार में सबसे पहले त्योहारों की शुरुआत होती है. यहां पर संध्याकालीन आरती में भगवान को फूलों से बनाए गए हर्बल गुलाल के साथ होलिका पर्व मनाया जाता है. इसके बाद महाकाल मंदिर परिसर में ही होलिका का दहन होता है.
महाकालेश्वर मंदिर के आशीष पुजारी ने बताया कि भगवान महाकाल के साथ होली खेलने के लिए देश भर के श्रद्धालु उज्जैन पहुंचते हैं. इस दौरान मंदिर में अनूठी परंपरा निभाई जाती है. यहां पर भक्त भगवान को गुलाल करते हैं. इस दौरान में प्रार्थना करते हैं कि भगवान उनके जीवन में हमेशा सुख शांति समृद्धि बनाए रखें.
फायर ब्रिगेड के साथ होली का दहन
महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक प्रथम कोशिश में बताया कि पिछले साल होली पर आगजनी की घटना घटित होने की वजह से महाकालेश्वर मंदिर के एक सेवक की दुखद मौत हो गई थी. इसके अलावा कई पंडित और पुरोहित घायल हो गए थे. इसी बात को ध्यान में रखते हुए इस बार सावधानी पूर्वक होली का पर्व मनाया जा रहा है. होली का दहन के दौरान फायर ब्रिगेड की दमकल और आग बुझाने के सभी संसाधन जुटाए गए थे.
गुलाल उड़ाने को लेकर भी गाइडलाइन
महाकालेश्वर मंदिर समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल के मुताबिक मंदिर में गुलाल उड़ाने को लेकर भी नई गाइडलाइन का पालन कराया जा रहा है, जिसके तहत सीमित मात्रा में ही गुलाल उड़ाई जा रही है. संध्याकालीन आरती के बाद शयन आरती में भी पंडित और पुरोहित द्वारा भगवान महाकाल को गुलाल अर्पित किया गया.
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