Mahakal Lok Damage: महालोक लोक में हवा आंधी के कारण गिरी छह सप्तऋषियों की मूर्तियों को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर सवाल दागे हैं. मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने पत्रकार वार्ता आयोजित कर महाकाल लोक निर्माण में हुए भ्रष्टाचार को लेकर सरकार पर सवाल उठाए हैं.
केके मिश्रा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा, "पिछले दस सालों का मैं रिकार्ड दे सकता हूं. जो-जो अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं या जो आरएसएस के थे उन्हें सीएम शिवराज ने महाकाल मंदिर का प्रशासक बना दिया है. क्या ईमानदार अधिकारी इस मध्य प्रदेश में नहीं हैं." कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने आगे कहा कि आप (सीएम शिवराज) प्रशासन में रहकर पैसा खाइए, लाडली बहना योजना का पैसा खाइए, कुपोषण का भी पैसा खाइए, लेकिन कम से कम भगवान को छोड़ दीजिए.
कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने कहा कि अभी बारिश दूर है. बारिश में तेज हवाएं चलेंगी, तब महाकाल लोक कितना महफूज है. आप कितने श्रद्धालुओं की जान लेंगे. जब पानी का बहाव तेज होगा तब आपके फिर इस भ्रष्टाचार की पोल खुलेगी. मैं ईश्वर से प्रार्थना करना चाहूंगा कि किसी भी श्रद्धालु को हानि न पहुंचे. बावजूद ऐसी घटना होती है तो क्या बतौर मुख्यमंत्री आप इसके जिम्मेदार होंगे.
'भ्रष्टाचारियों को बचाने का प्रयास'
केके मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस पर प्रहार कर भ्रष्टों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि उनका बाल भी बांका नहीं हो. अगर आप उनके साथ खड़े हो तो मैं सीधे तौर पर कहूंगा कि उस भ्रष्टाचार में आप भी शामिल हो.
पीसीसी चीफ ने बनाई सात सदस्यीय टीम
इधर महाकाल लोक में मूर्तियां गिरने के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कांग्रेस की सात सदस्यीय टीम बनाई है. इस टीम में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, रामलाल मालवीय, दिलीप गुर्जर, शोभा ओझा, महेश परमार, मुरली मोरवाल और केके मिश्रा शामिल हैं. यह सात सदस्य टीम अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेजकर प्रेसवार्ता के माध्यम से मीडिया के सामने भी रखेगी. इधर पीसीसी चीफ कमलनाथ ने इस मामले में सीएम शिवराज से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
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