Mahakal Lok Inauguration Highlights: उज्जैन में पीएम मोदी बोले- महाकाल लोक में लौकिक कुछ भी नहीं, सब कुछ अलौकिक, असाधारण है
Mahakal Lok Inauguration Highlights: उज्जैन में महाकाल लोक के लोकार्पण के बाद पीएम मोदी ने कहा कि महाकाल लोक में लौकिक कुछ भी नहीं है, सब कुछ अलौकिक है, असाधारण है, अविश्वसीय है.
उज्जैन में श्री महाकाल लोक के उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार सड़कों का विकास हुआ है और चार धाम परियोजना के तहत सभी चार धामों को जोड़ने के लिए एक 'ऑल वेदर हाईवे डेवलपमेंट प्रोजेक्ट' शुरू किया गया है.
महाकाल लोक के लोकार्पण के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि महाकाल की शरण में विष में भी स्पंदन है. महाकाल के सानिध्य में अवसान से भी पुनर्जीवन है. यही हमारी सभ्यता का वो आध्यात्मिक आत्मविश्वास है, जिसके सामर्थ्य से भारत हजारों वर्षों से अमर बना हुआ है. जो शिव 'सोयं भूति विभूषण:' हैं. अर्थात, भस्म को धारण करने वाले हैं, वो 'सर्वाधिप: सर्वदा' भी है. अर्थात, वो अनश्वर और अविनाशी भी हैं. इसलिए, जहां महाकाल हैं, वहां कालखंडों की सीमाएं नहीं हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि आज नया भारत जब अपने प्राचीन मूल्यों के साथ आगे बढ़ रहा है, तो आस्था के साथ-साथ विज्ञान और शोध की परंपरा को भी पुनर्जीतित कर रहा है. गुलामी के जंजीरों में भारत ने जिसे खो दिया था उसे भारत आज हासिल कर रहा है. उज्जैन जैसे हमारे स्थान खगोलविज्ञान, एस्ट्रॉनॉमी से जुड़े शोधों के शीर्ष केंद्र रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत फिर विश्व शिखर पर जा रहा है. आज रक्षा के क्षेत्र में भारत आत्मनिर्भरता की ओर आगे बढ़ रहा है.
हमारे युवा खेल के क्षेत्र में भारत की डंका बजा रहे हैं. भारत सेटेलाइट लांच कर रहा है.
पीएम मोदी ने उज्जैन में अपने भाषण में कहा कि आक्रांता ने मंदिर तोड़ा, अतित में भारत का शोषण हुआ लेकिन भारत फिर उठ खड़ा हुआ. उन्होंने कहा कि महाकाल मंदिर में देश दुनिया से लोग दर्शन करने के लिए आते हैं.
उज्जैन में महाकाल लोक के लोकार्पण के बाद पीएम मोदी ने कहा कि मैं राजाधिराज महाकाल के चरणों में नमन करता हूं. शिवराज सिंह की सरकार का ह्दय से धन्यवाद करता हूं. पीएम ने कहा कि ज्योतिषियों गणनाओं में उज्जैन को भारत की आत्मा का केंद्र माना जाता है. उज्जैन ने महाराज विक्रमादित्य का वो प्रताप देखा है, जिसने भारत के नए अध्याय शुरू हुआ था.
उज्जैन में महाकाल लोक के लोकार्पण के बाद के पीएम मोदी ने कहा कि महाकाल लोक में लौकिक कुछ भी नहीं है, सब कुछ अलौकिक है, असाधारण है, अविश्वसीय है. पीएम ने कहा कि महाकाल का आशीर्वाद जब मिलता है, तब काल की रेखाएं मिट जाती है. महाकाल लोक की ये सीमा आने वाली पीढ़ियों को दर्शन करवाएगी.
महाकाल लोक में जगह-जगह सांस्कृतिक प्रस्तुतियां हो रही हैं. साथ ही चारो ओर जय महाकाल, जय महाकाल के उद्घोष से परिसर गूंज उठा है. बता दें कि महाकाल लोक का निरीक्षण करने के बाद पीएम मोदी सभा के लिए रवाना हो जाएंगे.
महाकाल लोक की साजसज्जा आज देखने लायक है. पीएम मोदी के निरीक्षण के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान पीएम को महाकाल लोक से जुड़ी बारीकियों को बता रहे हैं. आज उज्जैन में कुछ अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है.
पीएम मोदी महाकाल लोक का लोकार्पण करने के बाद इसका निरीक्षण कर रहे हैं. इस दौरान उनके साथ सीएम शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद हैं.
उज्जैन में पीएम मोदी ने महाकाल लोक का लोकार्पण किया. इसके पहले पीएम मोदी ने महाकाल मंदिर में पूजा की और जलाभिषेक किया.
पीएम मोदी बस थोड़ी ही देर में महाकाल लोक का लोकार्पण करने वाले हैं. पीएम महाकाल लोक में प्रवेश कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री महाकाल मंदिर उज्जैन में भगवान श्री महाकाल के दर्शन किए और भगवान श्री महाकाल की मंत्रोचार के साथ पूजा अर्चना कर भगवान श्री महाकाल की आरती की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा महाकाल मंदिर में पूजन अर्चन का सीधा प्रसारण एलईडी पर सभा स्थल पर भी किया जा रहा है, जहां उपस्थित विशाल जनसमुदाय द्वारा एलईडी पर भगवान महाकाल के दर्शन कर हर हर महादेव का जयघोष किया.
महाकाल लोक के उद्घाटन के लिए पीएम मोदी उज्जैन पहुंच चुके हैं, सबसे पहले पीएम मोदी ने महाकाल गर्भगृह में पूजा की.
महाकाल लोक के उद्घाटन के लिए पीएम मोदी इंदौर पहुंच चुके हैं, जहां एयरपोर्ट पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा समेत कई गणमान्य व्यक्तियों ने उनका स्वागत किया.
6.25 बजे नंदी द्वार पर पीएम का आगमन.
6.25 से 6.27 बजे उद्घाटन पटल का अनावरण.
6.27 से 6.30 पीएम की संतों से मुलाकात.
6.30 से 6.50 महाकाल लोक की यात्रा और सप्तऋषि मंडल,मंडपम,त्रिपुरासुर वध, नवगढ़ रूद्रसागर के नवीनीकरण के दर्शन.
6.50 से 7.00 दीवालों की कलाकृति और सांस्कृतिक कार्यक्रम में शिरकत.
7.00 मानसरोवर में मालखंब का प्रदर्शन में शिरकत.
7.05 महाकाल लोक से रवाना.
7.15 - सार्वजनिक कार्यक्रम में शिरकत.
7.17 से 7.25 सांस्कृतिक कार्यक्रम.
कैलाश खेर का महाकाल पर स्तुति गान, लाइट, साउंड एंड फ्रेगरेंस शो.
7.25 शिवराज सिंह चौहान का स्वागत भाषण.
7.30 पीएम का भाषण.
8.00 पीएम रवाना.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंदौर पहुंच गए हैं, जहां मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, मंत्री तुलसी राम सिलावट, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने उनका स्वागत किया.
यह गलियारा पुरानी रुद्र सागर झील के चारों ओर फैला है. यह जानकारी एक अधिकारी ने दी. 900 मीटर से अधिक लंबा ‘महाकाल लोक’ गलियारा पुरानी रुद्र सागर झील के चारों और फैला हुआ है. उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर के आसपास के क्षेत्र को पुनर्विकास करने की परियोजना के तहत रुद्र सागर झील को पुनर्जीवित किया गया है.
महाकाल मंदिर के नवनिर्मित गलियारे में 108 स्तंभ बनाए गए हैं, 910 मीटर का ये पूरा महाकाल मंदिर इन स्तंभों पर टिका होगा. एक अधिकारी ने बताया कि महाकवि कालिदास के महाकाव्य मेघदूत में महाकाल वन की परिकल्पना को जिस सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया गया है, सैकड़ों वर्षों के बाद उसे साकार रूप दे दिया गया है. प्रधानमंत्री राज्य की राजधानी भोपाल से लगभग 200 किलोमीटर दूर उज्जैन स्थित 856 करोड़ रुपये की महाकालेश्वर मंदिर गलियारा विकास परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहुंचे उज्जैन श्री महाकाल लोक के शिवार्पण के पहले उज्जैन के प्रमुख मंदिरों में पहुंचकर पूजा अर्चना कर श्री महाकाल लोक आने का आमंत्रण दे रहे है.
उज्जैन की हर सड़क पर पीएम नरेन्द्र मोदी और शिवराज सिंह चौहान के बड़े बड़े कटआउट लगाए गए हैं. भगवा ध्वज और रंगोली से सड़कों को सजाया गया है. पूरी उज्जैन नगरी सजधजकर तैयार है. इंतजार है तो बस पीएम मोदी का. जो शाम को 4 बजे पहुंचेंगे और श्री महाकाल लोक का उद्घाटन करेंगे.
2020 में शिवराज सिंह चौहान के दोबारा मुख्यमंत्री बनने पर श्री महाकाल लोक के काम की समीक्षा की गई और इसमें तेजी लाई गई.
उसके बाद से लगातार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन के दौरे करने शुरू किए और काम में तेजी आती गई.
नतीजा यह रहा कि मैं 2 साल में श्री महाकाल लोक बनकर तैयार हो गया. जिसका आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन करने जा रहे हैं.
दरअसल 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से लगातार भारत की सांस्कृतिक एवं धार्मिक धरोहरों को और उनकी विरासत को सहेजने के लिए काम शुरू किया गया.
इसी दिशा में बढ़ते हुए शिवराज सिंह चौहान द्वारा वर्ष 2016 में सिंहस्थ के समय महाकाल परिसर के विस्तार की परिकल्पना की गई.
वर्ष 2017-18 में इस महाकाल परिसर के विस्तार के लिए डीपीआर तैयार किया गया.
2018 में चुनाव के ठीक पहले महाकाल परिसर के विकास के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई.
दरअसल यह व्यवस्था इसलिए की गई है ताकि नई पीढ़ी को पौराणिक कथाओं की जानकारी आसानी से उपलब्ध कराई जा सके. श्री महाकाल लोक में एक अनुमान के मुताबिक लगभग 2 लाख लोग एक साथ दर्शन कर कर सकेंगे और देश का यह पहला नाइट गार्डन होगा जहां पर पूरी रात लोग भ्रमण कर सकेंगे.
20.25 हेक्टेयर में बने और करीब 920 मीटर लंबे महाकाल प्रांगण की विशेषता के लिए किसी गाइड की जरूरत नहीं होगी. मूर्तियां स्वयं ही अपनी कहानी बताते हुए इतिहास की जानकारी देंगे. जी हां दरअसल प्रत्येक प्रतिमा के सामने एक बारकोड लगाया गया है, जिसे मोबाइल से स्कैन करते हैं प्रतिमा के बारे में और महाकाल प्रांगण की सारी जानकारियां मोबाइल स्क्रीन पर आ जाएंगी.
जबकि महाकाल लोक में 15 फीट ऊंची 23 प्रतिमाएं लगाई गई हैं. जिसमें शिवनृत्य, 11 रूद्र, महेश्वर अवतार, अघोर अवतार, काल भैरव, शरभ अवतार, खंडोबा अवतार, वीरभद्र द्वारा दक्ष वध, शिव बारात, मणिभद्र , गणेश व कार्तिकेय के साथ पार्वती, सूर्य कपाल मोचक शिव शामिल है.
ज्जैन के राजा के नाम से मशहूर बाबा महाकाल 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है. जहां हर 12 साल में सिंहस्थ महाकुंभ का आयोजन किया जाता है. यह देश का इकलौता ऐसा मंदिर है जिसके आंगन में 42 देवताओं के मंदिर हैं. उज्जैन को मोक्षदायनी नगरी भी कहा जाता है. बाबा महाकाल के विकास के लिए राज्य सरकार ने महाकाल कॉरिडोर का निर्माण किया है. जहां पर भगवान शिव की लीलाओं पर आधारित 190 मूर्तियों का स्थापित किया गया है. 108 स्तंभ स्थापित की गई हैं. जबकि 18 फीट की 8 बड़ी मूर्तियों को लगाया गया, जिममें नटराज, शिव पुत्र गणेश, कार्तिकेय, दत्तात्रेय अवतार, पंचमुखी हनुमान, चंद्रशेखर महादेव की कहानी, शिव और सती समेत समुद्र मंथन दृश्य को शामिल किया गया है.
उद्घाटन के समय देश भर से बुलाए गए करीब 600 से ज्यादा साधु संत और कलाकारों को आमंत्रित किया गया है. जो उद्घाटन के समय शंखनाद और मंत्रोच्चारण करेंगे. करीब 856 करोड़ की लागत से तैयार हो रहे महाकाल कॉरिडोर को भारत में अब तक के सबसे खूबसूरत और भव्य कॉरिडोर में से एक कहा जा रहा है. संपूर्ण महाकाल कॉरिडोर को श्री महाकाल लोक के नाम से प्रतिस्थापित किया गया है. जिसका करीब 90 फ़ीसदी काम पूरा हो चुका है. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज श्री महाकाल लोक का निरीक्षण भी करेंगे.
2 ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री महाकालेश्वर मन्दिर यानी बाबा महाकाल की सुंदरता को और बढ़ाने के लिए बनाए गए महाकाल कॉरिडोर का आज औपचारिक रूप से उद्घाटन किया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे उदघाटन. इस दौरान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी रहेंगे.
उत्तर प्रदेश भर के शिवालयों में पूजा करेंगे भाजपा नेता, उज्जैन में महाकाल कॉरिडोर के लोकार्पण पर पूजन.सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने के लिए आयोजन.1800 से अधिक मंडलों के शिवालयों में होगा आयोजन.
शर्मा ने कहा कि प्राचीनतम नगरी उज्जैन धार्मिक के साथ-साथ सांस्कृतिक रूप से भी अत्यंत समृद्ध और वैभवशाली रही है. इस भूमि पर न सिर्फ आदर्श शासक हुए हैं, बल्कि अपनी कला और लेखनी से इतिहास को समृद्ध बनाने वाले कलाकार और रचनाकार भी हुए हैं. प्राचीनकाल से ही भगवान महाकाल उज्जैन की पहचान रहे हैं और वैश्विक परि²श्य में उज्जैन को भगवान महाकाल की नगरी के रूप में ही देखा जाता रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के प्रयासों से भगवान महाकाल की इस नगरी में श्री महाकाल लोक का लोकार्पण हो रहा है, जो उज्जैन शहर को और भी भव्यता प्रदान करेगा.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने बताया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार, 11 अक्टूबर को उज्जैन में नवनिर्मित श्री महाकाल लोक का लोकार्पण करेंगे, जो उज्जैन के इतिहास में एक अविस्मरणीय घटना होगी. प्रधानमंत्री के हाथों होने वाला यह लोकार्पण न सिर्फ उज्जैन बल्कि समूचे मध्यप्रदेश के गौरव को वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित करेगा. इस लोकार्पण कार्यक्रम से 50 देशों के एनआरआई भी जुड़ेंगे. साथ ही प्रदेश के 1070 मंडलों में कार्यक्रम का लाइव प्रसारण होगा. उज्जैन की भूमि पर भा ज पा मध्यप्रदेश का प्रत्येक कार्यकर्ता और प्रदेश के नागरिक प्रधानमंत्री का स्वागत करने के लिए आतुर हैं.
मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में मंगलवार को महाकाल परिसर में बने महाकाल लोक का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकार्पण करने वाले हैं, इस अविस्मरणीय और ऐतिहासिक आयोजन के करोड़ों देशवासियों के साथ 50 देशों के एनआरआई भी साक्षी बनेंगे.
बैकग्राउंड
Mahakal Lok Inauguration Highlights: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को मध्य प्रदेश स्थित उज्जैन में 856 करोड़ रुपये की महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर विकास परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे. इस परियोजना से मध्य प्रदेश की इस तीर्थ नगरी में पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. ‘महाकाल लोक’ के नंदी द्वार के नीचे ‘मोली’ से लिपटा एक विशाल ‘शिवलिंग’ रखा गया है. प्रधानमंत्री इस विशाल कॉरिडोर को खोलने के प्रतीकात्मक रूप से ‘शिवलिंग’ का आधिकारिक रूप से अनावरण करेंगे. उज्जैन में बना 900 मीटर से अधिक लंबा कॉरिडोर- 'महाकाल लोक' - भारत में अब तक निर्मित ऐसे सबसे बड़े गलियारों में से एक है.
दो भव्य प्रवेश द्वार, बलुआ पत्थरों से बने जटिल नक्काशीदार 108 अलंकृत स्तंभों की एक आलीशान स्तम्भावली, फव्वारों और शिव पुराण की कहानियों को दर्शाने वाले 50 से अधिक भित्ति-चित्रों की एक श्रृंखला 'महाकाल लोक' की शोभा बढ़ाएंगे. मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र सिंह ने पहले कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी 11 अक्टूबर को शाम करीब साढ़े पांच बजे उज्जैन पहुंचेंगे. मोदी का हेलीकॉप्टर पुलिस लाइन परिसर में स्थित यहां एक हेलीपेड पर उतरेगा.
इस परियोजना को लागू करने वाली उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘‘महाकाल लोक’ के उद्घाटन के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं, जिसे प्रधानमंत्री जनता को समर्पित करेंगे. उज्जैन पहुंचने के बाद वह मंदिर परिसर में जाएंगे और महाकालेश्वर मंदिर में ‘पूजा’ करेंगे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसके बाद मोदी ‘नंदी द्वार’ जाएंगे और कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे.’’
उज्जैन स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशीष कुमार पाठक ने कहा कि हर साल करीब 1.5 करोड़ लोग मंदिर में दर्शन करने पहुंचते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘और, महाकाल लोक के उद्घाटन के बाद इस सालाना संख्या के दोगुना होकर करीब तीन करोड़ होने की उम्मीद है.’’
पाठक ने कहा, ‘‘ वर्ष 2016 में सिंहस्थ कुंभ मेला के दौरान एक महीने में सात करोड़ लोगों ने उज्जैन की यात्रा की थी. हमे उम्मीद है कि अगले कुंभ मेला में यह संख्या 10 करोड़ तक पहुंच सकती है.’’
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -