MAHAKAL LOK: 6 मूर्तियां गिरने के बाद लोकायुक्त ने कसा शिकंजा, नगरीय प्रशासन विभाग भी हुआ सख्त
MAHAKAL LOK: महाकाल लोक को लेकर लोकायुक्त ने जांच शुरू कर दी है. दल भौतिक सत्यापन के साथ दस्तावेजों को खंगालना भी शुरू कर दिया है. इसके अलावा नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारी भी जांच कर रहे हैं.
Mahakal Lok Idol Damage: उज्जैन के महाकाल लोक को लेकर आखिरकार लोकायुक्त ने जांच शुरू कर दी है. इस मामले में लोकायुक्त की ओर से स्मार्ट सिटी लिमिटेड और प्रशासनिक अधिकारियों से महत्वपूर्ण जानकारी मांगी गई है. ऐसी उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में लोकायुक्त महाकाल लोक को लेकर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोप में जांच को लेकर और भी तेजी लाएगी.
उज्जैन के महाकाल लोक में 28 मई को आंधी तूफान के बाद सप्त ऋषि की से मूर्तियां क्षतिग्रस्त हो गई थी. इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस ने भ्रष्टाचार के जमकर आरोप लगाए. पूरे मामले को लेकर लोकायुक्त पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. लोकायुक्त का एक दल शनिवार को महाकाल लोक पहुंचा, जहां मामले की जांच पड़ताल के साथ वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी कराई गई. लोकायुक्त के दल ने फिलहाल मीडिया से बातचीत नहीं की लेकिन माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में लोकायुक्त महाकाल लोक में लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों में और भी शिकंजा कसने वाली है.
निर्माण कार्य पर रखी जा रही नजर
दूसरी तरफ नगरीय प्रशासन मंत्रालय के आला अधिकारी भी लगातार महाकाल लोक के निर्माण कार्य पर नजर रख रहे हैं. नगरीय प्रशासन मंत्रालय के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई भी उज्जैन पहुंचे. उन्होंने स्मार्ट सिटी के सीईओ आशीष पाठक से पूरी जानकारी ली.
लोकायुक्त ने मांगी टेंडर की कॉपी
लोकायुक्त के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक महाकाल लोक के टेंडर की कॉपी भुगतान और नियम तथा शर्तों के समस्त दस्तावेजों की प्रतिलिपि लोकायुक्त द्वारा मांगी गई है. भौतिक सत्यापन के बाद अब दस्तावेजों में खामियां टटोली जाएगी. इसके बाद आगे कार्रवाई हो सकती है. यहां बता दें कि लोकायुक्त पहले ही एक दर्जन से ज्यादा अधिकारियों और ठेकेदार को नोटिस जारी कर चुकी है.
तीन भागों में कर रही है लोकायुक्त जांच
लोकायुक्त के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक तीन अलग-अलग भागों में जांच की जा रही है. एक तरफ मूर्तियों से जुड़ी जांच चल रही है तो दूसरी तरफ पत्थर को लेकर भी जांच की जा रही है. महाकाल लोक में हुए सिविल वर्क पर भी लोकायुक्त की नजर है. गौरतलब है कि 31 जुलाई तक दूसरे चरण का कार्य भी पूर्ण करने के निर्देश प्राप्त मिले हुए हैं. इसी वजह से दूसरे चरण का काम भी दिन-रात चल रहा है. दूसरे चरण के काम पर भी लोकायुक्त निगाह जमाए हुए हैं.