Mahakal Mandir: राहुल गांधी के आगमन से पहले फोटोग्राफी विवाद पर लगा विराम, तस्वीरें खींचने के लिए मानने होंगे ये नियम
Mahakal Mandir: महाकाल मंदिर परिसर में जब मोबाइल फोन पर बैन लगा, तो कांग्रेस ने नाराजगी जताई. कांग्रेसियों ने फोटोग्राफी पर प्रतिबंध के आदेश को गलत करार दिया था. इसपर कलेक्टर ने स्थिति स्पष्ट की है.
Bharat Jodo Yatra: आने वाले कुछ दिनों में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) मध्य प्रदेश पहुंचने वाली है. इसी के साथ राहुल गांधी महाकाल लोक पहुंचकर महाकालेश्वर मंदिर (Mahakal Mandir) में दर्शन करेंगे. जानकारी के मुताबिक, जब राहुल गांधी (Rahul Gandhi) भगवान महाकाल की पूजा करेंगे, तो उस समय उनकी फोटो खींची जा सकेगी. इसे लेकर महाकाल मंदिर समिति के अध्यक्ष और उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने स्पष्ट रूप से निर्देश दे दिए हैं और इसी के साथ फोटो विवाद पर विराम लगा दिया गया है.
कलेक्टर का कहना है कि मंदिर परिसर में मोबाइल पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा, लेकिन कैमरा ले जाकर फोटो खींची जा सकती है. हालांकि, कैमरे से फोटो लेने के लिए भी केवल दहलीज तक ही परमिशन दी जाएगी.
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचेंगे. इसे लेकर कांग्रेस के नेताओं की लगातार तैयारी चल रही है. महाकालेश्वर मंदिर समिति ने हाल ही में आम श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए महाकालेश्वर मंदिर के नंदीहाल और गर्भगृह में मोबाइल पर प्रतिबंध लगा दिया है. श्रद्धालु अपने मोबाइल के जरिए गर्भगृह और नंदीहाल में फोटोग्राफी करते हैं, जिसकी वजह से बैरिकेड से दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को आसानी से भगवान के दर्शन नहीं मिल पाते.
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महाकाल मंदिर समिति से लेनी होगी परमिशन
हालांकि, जब मोबाइल पर प्रतिबंध का नियम लागू हुआ तो कांग्रेस ने इस निर्णय पर सवाल उठाए थे. कांग्रेस विधायक महेश परमार के बाद पूर्व सांसद सज्जन सिंह वर्मा ने भी फोटोग्राफी के आदेश को गलत करार दिया था. उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी के महाकालेश्वर मंदिर में आगमन से पहले फोटो और वीडियो को लेकर जिला प्रशासन ने जो निर्देश जारी किए हैं, वह द्वेषता पूर्ण लिए गए हैं. इस पूरे मामले को लेकर उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने स्थिति स्पष्ट कर दी है. उन्होंने कहा है कि मोबाइल पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा, लेकिन महाकालेश्वर मंदिर की दहलीज से फोटोग्राफी की जा सकेगी. इसके लिए केवल कैमरे का ही उपयोग किया जा सकेगा. जरूरी बात यह है कि कैमरा से फोटोग्राफी के लिए भी बकायदा महाकाल मंदिर समिति से अनुमति लेनी होगी.
जानें कहां से उपजा पूरा विवाद
महाकालेश्वर मंदिर में आम श्रद्धालुओं के साथ-साथ कई वीआईपी भी आते हैं. हर दिन कई श्रद्धालु 1500 रुपये की रसीद कटवा कर महाकालेश्वर मंदिर के गर्भ गृह में जल चढ़ाने पहुंचते हैं. ऐसी स्थिति में कुछ श्रद्धालु हाथों में मोबाइल लेकर महाकालेश्वर मंदिर में फोटोग्राफी करते हैं, जिसकी वजह से बैरिकेडिंग से दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को शिवलिंग के दर्शन नहीं हो पाते. इसे लेकर कई बार मंदिर समिति के प्रशासक संदीप सोनी के पास शिकायत पहुंची थी. इस बार महाकालेश्वर मंदिर समिति की बैठक में यह निर्णय हुआ कि महाकालेश्वर मंदिर के गर्भ गृह और नंदीहाल में मोबाइल प्रतिबंधित रहेगा. इसके बाद वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी को लेकर नोटिस बोर्ड लगा दिया गया, जिसके चलते कांग्रेस नेता विरोध में उतर गए.