Mahakal Sawari 2021: मध्य प्रदेश में कोविड प्रतिबंधों को हटाने के बाद अब भगवान महाकाल की सवारी (Mahakal Sawari) में भक्तों को शामिल होने का रास्ता साफ हो गया है. आज अगहन मास की पहली सवारी में राजाधिराज भगवान महाकाल के साथ भक्त भी नजर आएंगे. उज्जैन में कोरोना के प्रभाव की वजह से भगवान महाकाल की सवारी में भक्तों का प्रवेश रोक दिया गया था. पिछले साल शिवभक्त सावन और भादो के साथ-साथ कार्तिक और अगहन मास की सवारियों में भी शामिल नहीं हो पाए. इसके अलावा सवारी का मार्ग भी परिवर्तित करते हुए छोटे मार्ग से ही परंपराओं का निर्वहन किया गया.


महाकाल की सवारी में भक्तों को शामिल होने का रास्ता साफ


राज्य सरकार के कोविड प्रतिबंधों को हटाने के बाद अब भगवान महाकाल की सवारी परंपरागत मार्ग से निकलेगी. इसके अलावा सवारी में शिव भक्त भी शामिल हो पाएंगे. उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि भगवान महाकाल की सवारी में अब आम लोग भी शामिल हो सकते हैं. कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक भगवान महाकाल की सवारी पुराने परंपरागत मार्ग से निकलेगी. भगवान महाकाल की सवारी महाकाल घाटी, गुदरी होते हुए राम घाट पर पहुंचेगी. वहां से फिर भगवान महाकाल का पूजन होने के बाद सवारी मंदिर के लिए रवाना होगी.


भगवान महाकाल की सवारी के दर्शन करने का है विशेष महत्व


महाकालेश्वर मंदिर के पंडित राम पूजारी ने कहा कि भगवान महाकाल खुद प्रजा को दर्शन देने के लिए निकलते हैं. यह परंपरा केवल दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग में ही निभाई जाती है. भगवान की पालकी के दर्शन का विशेष महत्व माना गया है. भगवान महाकाल का दर्शन करने मात्र से अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति मिलती है. भगवान महाकाल भक्तों की मनोकामनाएं भी पूरी करते हैं, इसीलिए सवारी में शामिल होने के लिए देशभर के श्रद्धालु उज्जैन पहुंचते हैं.


सवारी में शामिल होनेवाले कोविड नियमों का रखें विशेष ख्याल


जब भगवान महाकाल की सवारी निकलती है तो हजारों की संख्या में शिव भक्त सवारी में शामिल होते हैं. इसके अलावा जगह जगह पर भगवान महाकाल की आरती उतारी जाती है. कोविड-19 के चलते इन सब पर रोक लग गई थी. एक बार फिर प्रतिबंध हटने के बाद सवारी अपने पुराने स्वरूप में नजर आएगी. उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने आम लोगों से मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सवारी में शामिल होने की अपील की है. उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रतिबंधों को हटा दिया है मगर आम लोगों को सतर्क और जागरूक रहने की बेहद जरूरत है.


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