Mahakal Temple: हादसे के बाद बदली महाकाल मंदिर में दर्शन की व्यवस्था, क्या है नई गाइडलाइन?
Mahakal Temple News: पुजारी सत्यनारायण गुरु का कहना है कि आगजनी की घटना के बाद महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं को कई बंदिशों से गुजरना होगा. सुरक्षाकर्मियों की संख्या में अब इजाफा किया गया है.
MP News: होली पर हुए हादसे के बाद महाकालेश्वर मंदिर (Mahakal Temple) में कई नई बंदिशें लागू कर दी गयी हैं. महाकालेश्वर मंदिर में मीडिया कवरेज के लिए भी गाइडलाइन्स बना दी गयी है. बता दें कि होली पर भस्म आरती के दौरान गर्भगृह में आग भड़क उठी थी.
आगजनी की घटना में 14 लोग झुलस गये थे. अब मंदिर प्रबंध समिति ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने की बात कही है. मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में कई प्रतिबंध लागू करने का फैसला लिया गया.
महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर नीरज कुमार सिंह का कहना है किआम श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए भीड़ प्रबंधन किया जा रहा है. श्रद्धालुओं को सुविधाजनक दर्शन उपलब्ध कराने के लिए महत्वपूर्ण परिवर्तन किए गए हैं. महाकलेश्वर मंदिर में भीड़ प्रबंधन के लिए सुरक्षा कर्मियों की संख्या भी बढ़ाई गई है.
बाबा महाकाल का दर्शन करने के लिए गाइडलाइन
महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी सत्यनारायण गुरु का कहना है कि शीघ्र दर्शन की ढाई सौ रुपये की रसीद काटी जाती है. होली पर हुई आगजनी की घटना के बाद रसीद कटवाने वाले श्रद्धालुओं को भी धीरे-धीरे छोड़ा जा रहा है. सुरक्षाकर्मियों की की संख्या में इजाफा किया गया है. दरवाजा पर अब चार सुरक्षाकर्मी तैनात किए जा रहे हैं. नंदी हाल में भी श्रद्धालुओं को नहीं जाने दिया जा रहा है. श्रद्धालुओं को दर्शन बैरिकेडिंग के माध्यम से कराया जा रहा है.
मंदिर में नई व्यवस्था से वीआईपी को क्यों लगा झटका
महाकालेश्वर मंदिर में नई व्यवस्था से वीआईपी को झटका लगा है. वीआईपी को महाकलेश्वर मंदिर के नंदी हाल से दर्शन कराया जाता था. नई व्यवस्था से आम श्रद्धालुओं को कोई फर्क नहीं पड़ा है. उनके दर्शन करने का समय जरूर थोड़ा अधिक बढ़ गया है. मुंबई से आई श्रद्धालु लता पाटील ने महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन करने पर उत्साहित नजर आयी. नई व्यवस्था लागू होने के बाद और भी आसानी से भगवान का दर्शन कराया जा रहा है. पहले नंदी हाल में भीड़ अधिक होने की वजह से भगवान के दर्शन नहीं होते थे.