Mahakumbh Mela 2025: प्रयागराज महाकुंभ को लेकर सभी तैयरियां पूरी की जा रही हैं. इस महाकुंभ को पूरी तरह सफल बनाने और सुरक्षित ढंग से आयोजित करवाने के लिए यूपी सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी है. महाकुंभ के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए हर तरह के कदम उठाए जा रहे हैं.


इस कड़ी में खबर है कि मेला घाटों के आसपास आग की वजह से किसी भी तरह के नुकसान को रोकने के लिए भोपाल में देश की पहली फायर सेफ्टी बोट तैयार की गई हैं, जो टेस्टिंग के बाद महाकुंभ के दौरान घाटों में तैनात रहेंगी. 


कुंभ जैसे बड़े आयोजनों में घाटों में अधिक भीड़ और कम जगह होने की वजह से आग लगने की आशंका हो सकती है. ऐसे में फायर ब्रिगेड का पहुंच पाना मुश्किल होता है. इसी को देखते हुए उत्तर प्रदेश फायर डिपार्टमेंट ने भोपाल की एक प्राइवेट कंपनी को ऐसी फायर सेफ्टी बोट बनाने का आर्डर दिया है, जो घाट में तैनात रहेंगी और नदी का पानी इस्तेमाल करके करीब 50 मीटर के एरिया में आग बुझा सकेंगी.


यूपी सरकार ने दिए इतने बोट्स के ऑर्डर


फिलहाल, इस बोट की टेस्टिंग उत्तर प्रदेश फायर डिपार्टमेंट के अधिकारियों की निगरानी में भोपाल के छोटे तालाब में चल रही है. इसके बाद प्रयागराज जाकर भी इसकी टेस्टिंग होगी और फाइनल अप्रूवल के बाद ये बोट प्रयागराज महाकुंभ के दौरान तैनात का जाएंगी. फिलहाल उत्तर प्रदेश सरकार ने 6 बोट्स का ऑर्डर दिया है. 


इसके मैन्युफैक्चरर्स की तरफ से यह दावा किया जा रहा है कि यह बोट्स बहुत कारगर साबित होंगी. राजेंद्र गिरी गोस्वामी ने कहा कि कुम्भ के लिए विशेष तौर पर इस बोट को बनाया है. उन्होंने कहा कि इस बोट से 50 मीटर तक आग पर काबू पाने के लिए पानी फेंका जा सकता है. इसकी रेंज को और बढ़ाने की कोशिश की जा रही है.


भोपाल के तालाब में नाव का टेस्ट


उत्तर प्रदेश से आए अधिकारी भी इस बोट से संतुष्ट नजर आए. अधिकारी प्रतीक श्रीवास्तव ने कहा कि अभी तक के टेस्टिंग के रिजल्ट काफी संतुष्ट करने वाले रहे हैं. अभी इसे नदी में भी टेस्ट किया जाएगा. नदी में वॉटर करंट ज्यादा होता है, उस टेस्ट को पास करने के बाद इसे अप्रूवल दिया जाएगा. भोपाल के तालाब में टेस्ट होने के बाद इस बोट को बेतवा नदी में भी टेस्ट किया जाएगा और आखिरी टेस्ट प्रयागराज पहुंचने के बाद गंगा नदी में किया जाएगा.


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