Ujjain News: महाकाल के आंगन में शिव नवरात्रि (Shivratri) शुरू होते ही भगवान महाकाल (Lord Mahakal) ने नए वस्त्र धारण कर लिए हैं. भगवान के अनूठे स्वरूप के दर्शन के लिए भक्तों का जनसैलाब उमड़ रहा है. शिव नवरात्रि के पहले दिन भगवान का चंदन से आकर्षक श्रृंगार किया गया. भगवान के इस रूप के दर्शन का भी विशेष महत्व बताया गया है.


महाकाल के इस रूप के दर्शन का है विशेष महत्व


कालों के काल भगवान महाकाल के दर्शन करने मात्र से अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति मिल जाती है. राजाधिराज भगवान महाकाल के शिव नवरात्रि के दौरान अलग-अलग नौ रूपों के दर्शन होते हैं. भगवान के दूल्हे के रूप में इस दर्शन को करने के लिए देशभर के श्रद्धालु उज्जैन पहुंचते हैं. महाराष्ट्र से उज्जैन आए प्रभु लाल ने बताया कि भगवान के चंदन के स्वरूप में आकर्षक दर्शन हुए. इस रूप में पहले कभी दर्शन नहीं हो पाए थे.


वहीं महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी नवनीत शर्मा ने बताया कि भगवान महाकाल शिव ने नवरात्रि के पहले दिन नए वस्त्र धारण किए हैं. भगवान का सूखे मेवे, भांग, चंदन, अबीर, गुलाल आदि से श्रृंगार किया गया है. शिव नवरात्रि के दौरान भगवान के अलग-अलग रूपों के दर्शन होते हैं. चंदन श्रृंगार के दर्शन का शास्त्रों में विशेष महत्व बताया गया है. इस रूप के दर्शन करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होने के साथ-साथ मन शीतल और मस्तिष्क शांत रहता है. 


भगवान महाकाल के इन रूपों के भी होंगे दर्शन


शिव नवरात्रि के दौरान भगवान महाकाल अलग-अलग रूपों में दर्शन देंगे. इस दौरान भगवान को हर रूप में दूल्हा बनाया जाएगा. महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी नवनीत शर्मा के मुताबिक भगवान महाकाल कभी उमामहेश के रूप में तो कभी मन महेश के रूप में दर्शन देंगे. इसी तरह चंद्रमौलेश्वर, शिव तांडव, घटाटोप, छबिना के रूप में भी भगवान महाकाल के दर्शन होंगे.


यह भी पढ़ें: Watch: बेटी की शादी से पहले IAS अधिकारी ने किया ऐसा काम, हर तरफ हो रही तारीफ, देखें वीडियो