Mahashivratri 2023: महाशिवरात्रि के पर्व पर उज्जैन में 21 लाख दीपक लगाने का लक्ष्य रखा गया है. दीपकों को सजाने और जलाने की जिम्मेदारी तो ठीक थी, लेकिन इससे पहले 21 लाख दीयों को धोने के लिए ही काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. दीपक धोने के लिए समाजसेवी संस्थाओं के साथ-साथ महापौर मुकेश टटवाल और IAS अधिकारियों को भी काम करना पड़ा. 


मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाशिवरात्रि पर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी हो रही है. इसमें मुख्य आकर्षण का केंद्र शिप्रा तट के किनारे रामघाट, दत्त अखाड़ा घाट और महाकालेश्वर मंदिर रहेगा. इसके अलावा, लोगों से भी अपील की जा रही है कि वे दीपक लगाकर 'शिव ज्योति अर्पणम' अभियान को सफल बनाएं. इसके लिए दीपक भी मंगवा लिए गए हैं. हालांकि, अब इन दीपकों को धोना टेढ़ी खीर नजर आ रहा है. 




उज्जैन स्थापित करेगा विश्व कीर्तिमान
रविवार को आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने दीपक धोने में ड्यूटी लगाने का विरोध करते हुए प्रशासनिक व्यवस्था से लेकर सरकार तक को आड़े हाथों ले लिया था. इसके बाद सोमवार को दीपक धोने के अभियान में आईएएस अफसर और जनप्रतिनिधि जुट गए. उज्जैन के महापौर मुकेश टटवाल और नगर निगम आयुक्त आईएएस रोशन सिंह दीये धोते हुए नजर आए. विश्व कीर्तिमान स्थापित करने के लिए सरकार भी अपनी ओर से पूरी ताकत लगा रही है. 


लोगों से घरों पर भी दीपक लगाने की अपील
उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि अभियान के तहत उज्जैन के लोगों से अपील की जा रही है कि वह अपने घरों के बाहर दीपक लगाकर महाशिवरात्रि को दीपावली की तरह मनाएं. इसके लिए शहर वासियों का भी पूरा सहयोग मिल रहा है. महाशिवरात्रि पर्व उज्जैन में मनाने का महत्त्व देशभर के शिव भक्तों तक पहुंच रहा है. इस अभियान में सभी कर्मचारी और अधिकारी भी जुटे हुए हैं. 


यह भी पढ़ें: MP News: विकास यात्रा में भीड़ जुटाने के लिए BJP नेताओं ने लिया बार बालाओं का सहारा, बच्चों के सामने अश्लील डांस