Mahashivratri 2024: ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में उमड़ा भक्तों का सैलाब, भोर से लगी श्रद्धालुओं की लंबी कतारें
MP News: महाशिवरात्रि के दिन खंडवा स्थित ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में दर्शन के लिए सुबह तीन बजे से ही श्रद्धालुओं की लंबी लंबी कतारें लगी हुई हैं. यहां आज तीन लाख भक्तों के पहुंचने का अनुमान है.
Happy Mahashivratri 2024: देशभर में आज (8 मार्च) को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है. इस अवसर पर मध्य प्रदेश के खंडवा (Khandwa) जिले की तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में सुबह करीब तीन बजे से ही शिव भक्तों की भारी भीड़ पहुंच रही है. मां नर्मदा के घाटों पर भी सुबह से ही श्रद्धालु श्रद्धा की डुबकी लगाने पहुंचने लगे हैं. वहीं ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी लंबी कतारें लगी हुई हैं.
अनुमान जताया जा रहा है कि तीन लाख से ज्यादा श्रद्धालु आज दर्शन के लिए ओंकारेश्वर पहुंचेंगे. यहां श्रद्धालुओं की तेजी से बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए स्थानीय प्रशासन ने भी सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की है. मंदिर परिसर के अलग-अलग पॉइंट पर पुलिस जवान तैनात किए गए हैं. वहीं नर्मदा के घाटों पर भी होमगार्ड सहित गोताखोरों की टीम लगी हुई है.
बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग
बता दें बारह ज्योतिर्लिंगों में से ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग का चतुर्थ स्थान है और यह एकमात्र ऐसा ज्योतिर्लिंग है, जो किसी पवित्र नदी के तट पर स्थित है. ओम आकार के पर्वत पर विराजमान होने के कारण ही यहां प्रकट हुए ज्योतिर्लिंग का नाम ओंकारेश्वर है. सनातन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव अखिल ब्रह्मांड में विचरण करते हैं, लेकिन वह शयन हेतु ओंकार पर्वत पर ही विराजते हैं. इसी कारण यहां की शयन आरती प्रसिद्ध है, जिसमें भगवान के लिए चौपड़ सजाया जाता है.
सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम
वहीं महाशिवरात्रि पर्व पर दर्शन व्यवस्था को लेकर जिला कलेक्टर अनूप कुमार ने बताया कि पर्व के चलते ओंकारेश्वर के नाविक संघ, पुजारी और नगर के जो गणमान्य लोग हैं, उनके साथ जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम ने बैठक की. उसमें जो भी सुझाव आए, उसके हिसाब से इंतजाम किए गए हैं. इसमें पार्किंग की व्यवस्था और श्रद्धालुओं को किस तरह से कम समय में दर्शन हो सके इसका इंतजाम किया गया है.
सुबह 3 बजे से ही खुले पट
ओमकारेश्वर में महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर सुबह तीन बजे से ही मंदिर के पट खोल दिए गए थे, जिसके बाद प्रातः कालीन आरती की गई. हालांकि, भक्तों के लिए गर्भगृह के पट करीब चार बजे खोले गए, जिसके बाद से लेकर सुबह 6 बजे तक भक्तों ने गर्भगृह से ही बाबा ओंकार के दर्शन किए. वहीं इसके बाद लगातार बढ़ रही भीड़ के चलते दर्शन की व्यवस्था गर्भगृह के बाहर से ही कर दी गई.
बता दें शिव पार्वती के विवाह के पर्व महाशिवरात्रि पर दर्शन की व्यवस्था 24 घंटे के लिए की गई है. इसके चलते शनिवार सुबह तीन बजे तक इसी तरह से लगातार भक्तों को बाबा ओंकार के दर्शन होते रहेंगे. वहीं इस दौरान करीब तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं का ओंकारेश्वर पहुंचने का अनुमान है.