Mandsaur Lok Sabha Election 2024: मध्य प्रदेश की मंदसौर लोकसभा सीट पर अफीम किसानों को लेकर सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस प्रत्याशी दिलीप गुर्जर ने सीपीएस (कंसंट्रेटेड पॉपी स्ट्रॉ) पद्धति को समाप्त कराने का किसानों से वादा है.
दूसरी तरफ बीजेपी प्रत्याशी भी समय- समय पर अफीम किसानों से फसलों के दाम बढ़ाने का वादा कर रहे हैं. मध्य प्रदेश का मंदसौर जनसंघ के जमाने से ही भारतीय जनता पार्टी का गढ़ रहा है. यहां पर अफीम किसान बीजेपी और कांग्रेस के भाग्य का फैसला करते हैं.
1717 टन खरीदे गए डोडा
नारकोटिक्स विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, मंदसौर और नीमच में 26,100 अफीम की खेती करने वाले काश्तकार हैं, जो लगभग 2432.8 हेक्टेयर भूमि पर खेती करते हैं. यहां पर दो प्रकार की पद्धति से सरकार अफीम की खेती करवाकर किसानों से माल खरीदती है. एक पद्धति सीपीएस (Concentrate Poppy Straw) जो की काफी प्रचलित है.
सीपीएस पद्धति से 24,690 किसानों से 1717 टन डोडा की खरीदारी की गई है जबकि शेष किसानों से चीरा पद्धति के माध्यम से माल प्राप्त किया जाता है. इस बार कांग्रेस ने मंदसौर से दिलीप सिंह गुर्जर को मैदान में उतारा है, जबकि भारतीय जनता पार्टी ने तीसरी बार वर्तमान सांसद सुधीर गुप्ता पर भरोसा जताया है.
कांग्रेस ने किसानों से किया बड़ा वादा
कांग्रेस प्रत्याशी दिलीप सिंह गुर्जर के मुताबिक, सीपीएस पद्धति से किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. वे इस पद्धति के कारण आर्थिक नुकसान के दौर से भी गुजर रहे हैं. सीपीएस पद्धति के जरिए सरकार डोडे पर चीरा नहीं लगाती है बल्कि पूरा डोडा तुलवाकर उससे मार्फिन निकाल लेती है.
इसी तरह चीरा पद्धति के माध्यम से डोडे पर चीरा लगाकर माल प्राप्त किया जाता है. इससे किसानों को अधिक लाभ प्राप्त होता है. उन्होंने वादा किया कि अगर उनकी जीत होती है तो सीपीएस पद्धति को समाप्त करवाएंगे.
वीडी शर्मा ने कांग्रेस पर साधा निशाना
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि प्रदेश की सभी 29 सीटों पर बीजेपी विकास के नाम पर वोट मांग रही है. उन्होंने कहा कि मंदसौर और नीमच नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के किसानों की समृद्धि में भारतीय जनता पार्टी का हाथ है.
वीडी शर्मा ने कहा कि बीजेपी किसानों की सरकार है और जब-जब किसानों को जरुरत पड़ी है, बीजेपी ने पूरा साथ दिया है. अगर भविष्य में मंदसौर और नीमच के किसानों की कोई और नई मांग सामने आती है तो उस पर भी विचार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा किए जा रहे वादों से मध्य प्रदेश की जनता का विश्वास उठ चुका है.
अफीम के दाम को लेकर होती रही है सियासत
मंदसौर लोकसभा सीट पर अफीम के दाम को लेकर दशकों से सियासत होती रही है. यह तक दावे किए गए कि अफीम के न्यूनतम दम 5000 से 10000 रुपये प्रति किलो तक हो जाएंगे.
मगर हालिया दिनों में स्थिति यह कि अफीम के दाम 850 से 3500 रुपये के बीच है. हालांकि किसानों को 1200 से 1500 रुपये प्रति किलो दाम मिल जाता है जो कि लागत के मुकाबले काफी कम है.
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