Mandsaur Lok Sabha Election 2024: भगवान पशुपतिनाथ की नगरी मंदसौर की लोकसभा सीट पर इस बार बीजेपी और कांग्रेस की पैनी नजर है. हालांकि हमेशा से लोकसभा सीट मंदसौर बीजेपी का गढ़ मानी जाती है. इस लोकसभा सीट में सम्मिलित 8 में से सात विधानसभा सीट बीजेपी के कब्जे में है. 


मंदसौर लोकसभा सीट (सामान्य) अनारक्षित वर्ग की ऐसी सीट जहां पर लंबे समय तक बीजेपी का ही कब्जा रहा है. इस लोकसभा सीट पर साल 2009 में कांग्रेस की मीनाक्षी नटराजन ने तत्कालीन सांसद लक्ष्मी नारायण पांडे को हराकर 30,000 वोटों से जीत हासिल की थी. कांग्रेस की यह सबसे बड़ी जीत मानी जा सकती है. मंदसौर लोकसभा सीट पर लंबे समय तक लक्ष्मीनारायण पांडेय सांसद रह चुके हैं. 


साल 2014 का रिकॉर्ड भी टूट गया
इसके बाद साल 2014 में मंदसौर लोकसभा सीट पर सुधीर गुप्ता और तत्कालीन सांसद मीनाक्षी नटराजन के बीच कांटे की टक्कर हुई, जिसमें तीन लाख वोटों से सुधीर गुप्ता ने मीनाक्षी नटराजन को चुनाव हार दिया. यह कांग्रेस ही नहीं बल्कि मीनाक्षी नटराजन के लिए भी बड़ा झटका था. हालांकि मीनाक्षी नटराजन ने 2019 में एक बार फिर बीजेपी को टक्कर देने की कोशिश की मगर इस बार साल 2014 का रिकॉर्ड भी टूट गया. कांग्रेस को यहां करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में मीनाक्षी नटराजन 3,76,000 वोटों से चुनाव हार गईं.


आठ में से केवल एक विधानसभा सीट कांग्रेस के पास
मंदसौर लोकसभा सीट में कुल आठ विधानसभा सीट सम्मिलित है. इनमें मंदसौर, नीमच के अलावा रतलाम जिले का कुछ इलाका भी शामिल है. मंदसौर लोकसभा सीट के चुनाव को विधानसभा चुनाव 2023 से जोड़कर देखा जाए तो फिलहाल भारतीय जनता पार्टी का पलड़ा थोड़ा भारी दिखाई दे रहा है. विधानसभा चुनाव 2023 में मंदसौर लोकसभा सीट के अंतर्गत केवल मंदसौर से कांग्रेस के विपिन जैन 3700 वोट से जीत हासिल की, बाकी शेष सभी विधानसभा सीट का फैसला बीजेपी के पक्ष में आया. इनमें जावरा, सुवासरा, मल्हारगढ़, गरोठ, जावद, नीमच, मनासा विधानसभा सीट शामिल है. 


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