Mandsour News: किसान की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सरकार राजस्व महा अभियान तीन चल रही है. इसी बीच मंदसौर जिले का पटवारी बंटवारे के लिए किसान से ₹25000 की मांग कर रहा था. लोकायुक्त पुलिस ने शिकायत मिलने पर ₹10000 की रिश्वत लेते हुए पटवारी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं में कार्रवाई की गई है.
लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा ने बताया कि मंदसौर जिले के इशाकपुर में रहने वाले धर्मेंद्र मालवीय ने पैतृक भूमि के पारिवारिक बंटवारे को लेकर पटवारी के यहां आवेदन दिया था. पटवारी जगदीश पाटीदार द्वारा तहसीलदार के नाम पर ₹25000 की रिश्वत मांगी गई.
पटवारी ने कहा कि ₹25000 देने के बाद ही तहसीलदार द्वारा नामांतरण और बंटवारा आदि प्रकरण निपटाए जा रहे हैं. यह सुनते ही धर्मेंद्र मालवीय चौंक गया. धर्मेंद्र मालवीय ने इसकी शिकायत लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा से की.
लोकायुक्त पुलिस ने पटवारी की शिकायत का सत्यापन किया तो फरियादी सही साबित हुआ. इसके बाद मंगलवार को लोकायुक्त पुलिस ने ₹10000 की रिश्वत लेते हुए पटवारी जगदीश पाटीदार को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. उसके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं में प्रकरण बनाया गया है. जैसे ही लोकायुक्त पुलिस ने पटवारी को पकड़ा वह उनके सामने गिड़गिड़ाने लगा. पटवारी लोकायुक्त पुलिस से छोड़ने की गुहार भी लगाई.
तहसीलदार को नहीं कोई जानकारी
फरियादी धर्मेंद्र मालवीय के परिवार की जमीन का बंटवारा होना था. उसके द्वारा तहसील कार्यालय में आवेदन किया गया जो कि पटवारी के पास पहुंचा. पटवारी ने तहसीलदार के नाम पर रिश्वत की मांग कर ली जबकि तहसीलदार को घटना की जानकारी तक नहीं थी लोकायुक्त पुलिस का कहना है कि अभी मामले में और भी विवेचना की जा रही है.
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