MP News: चोरी को धंधा और जेल को खेल समझने वाला लग्जरी लाइफ का शौकीन चोर वारदात करने के लिए पत्नी के नाम पर रजिस्टर्ड कार लेकर निकलता था. पुलिस से बचने के लिए उसने कई तरकीब लगाई मगर मंदसौर पुलिस के हत्थे चढ़ गया. जब मंदसौर पुलिस ने आरोपी से अपने क्षेत्र में हुई वारदात के बारे में पूछा तो वह तोते जैसा शाजापुर, नलखेड़ा, सहारनपुर, राजगढ़ की वारदातों के बारे में भी बोलने लग गया.



 

मंदसौर एसपी अभिषेक आनंद ने एबीपी न्यूज़ से चर्चा के दौरान बताया कि 3 अगस्त की रात शामगढ़ थाना क्षेत्र में चोरी की वारदात हुई थी. इस मामले में शिक्षक कॉलोनी शामगढ़ में रहने वाले नरेंद्र कुमार परिहार ने रिपोर्ट लिखवाई थी.  उन्होंने कहा था कि उनके किराएदार मनेष मित्तल के यहां वारदात हुई है. वे परिवार सहित बाहर गए हैं. जब वह वापस लौटेंगे, तब चोरी के माल का पता चल पाएगा. मनेष जब वापस लौटे तो सोने चांदी के जेवर सहित 18 से 20 लाख रुपये का सामान चोरी होना बताया.

 

पुलिस ने साइबर सेल की मदद से तकनीकी साक्ष्य जुटाए, इसके बाद पुराने बदमाशों के बारे में जानकारी भी हासिल की. इसी बीच पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर नलखेड़ा के रहने वाले अशोक गायरी और उसके साथी सुनील निवासी शामगढ़ को हिरासत में लिया. दोनों ने चोरी की वारदात कबूल कर ली. आरोपियों से लगभग 10 लाख रुपये का माल बरामद कर लिया गया है, जबकि आरोपी के साथी गोवर्धन, नरसिंह बैरागी दोनों निवासी नलखेड़ा जिला आगर मालवा फरार है. 

 

पत्नी के नाम की कार लेकर निकलता था वारदात पर

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस गिरोह का सरगना अशोक है और वह पहले भी कई वारदातों में लिप्त रह चुका है.  एक महीने पहले ही जमानत पर बाहर आया है. सबसे बड़ी बात यह है कि अशोक लग्जरी लाइफ जीने का शौकीन है. वह चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए भी कार लेकर निकलता था. जब कार के बारे में जानकारी हासिल की गई तो वह उसकी पत्नी के नाम पर रजिस्टर्ड है. 

 

चोरी के लिए मोबाइल सिम का इस्तेमाल

आरोपी अशोक पहले भी चोरी के मामले में जेल की हवा खा चुका है. जेल में उसे पुलिस की कार्रवाई के बारे में कई बदमाशों से ट्रेनिंग मिल गई. इसी के चलते वह पुलिस से बचने के लिए कई हथकंडे अपनाता था. वह चोरी की वारदात में जिस सिम का उपयोग करता था, उसे बाद में बंद कर देता था. वह वारदात के दौरान एक ही मोबाइल का इस्तेमाल करता था. वारदात के बाद दूसरे मोबाइल से बातचीत शुरू कर देता था. आरोपी अशोक दो-तीन वारदातों के ज्यादा कोई भी साथी को अपने साथ नहीं रखता था. वह वारदात के साथ साथी भी बदल देता था.

 

दूसरे जिले की पुलिस को दे दी गई है सूचना

पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनंद ने बताया कि आरोपी अशोक ने राजगढ़, सारंगपुर, शाजापुर, नलखेड़ा सहित कई थाना क्षेत्र में हुई वारदातों को कबूल किया है. उसने एक महीने के भीतर कई और शहरों में वारदातों को अंजाम दिया है. इस संबंध सभी थानों के पुलिस सूचना दे दी गई है.