Watch: झमाझम बारिश होने पर गधों ने उड़ाई गुलाब जामुन की दावत, जानें क्या है मामला?
Mandsaur Viral Video: भारत के अलग-अलग क्षेत्र में कई तरह की धार्मिक मान्यताएं हैं, जिनके सदियों से पालन किया जाता है. इसी तरह के एक मान्यता के पालन करने की वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है.
MP News Today: भारत विविधताओं का देश है. चंद किलोमीटर पर भाषा, पानी, रहन-सहन और मान्यताएं बदल जाती हैं. पूरे देश में कई तरह के धर्म और संप्रदाय के लोग रहते हैं. जिनकी अपनी अलग मान्यताएं हैं और यह धार्मिक मान्याताएं सालों पुरानी है, जिसे लोग इस वैज्ञानिक युग में पूरे श्रद्धाभाव से पालन करते हैं. इसी क्रम में एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है.
मंदसौर में एक अनोखी घटना सामने आई है जहां गधों को एक मनोकामना पूरी होने पर खूब गुलाब जामुन खिलाए जा रहे हैं. दरअसल मंदसौर में अच्छी बारिश नहीं हो रही थी. इसके चलते मान्यता के अनुसार पहले अच्छी बारिश की कामना मांग गधों से श्मशान में हल चलवाया गया और फिर जब बारिश हुई तो उन्हें खूब… pic.twitter.com/cJXb1VF3uj
— ABP News (@ABPNews) July 26, 2024
मनोकामना पूरी होने पर खिलाए गुलाब जामुन
यह वीडियो मध्य प्रदेश के मंदसौर की है. मंदसौर की यह वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है. जहां मनोकामना पूरी होने पर गधों को खूब गुलाब जामुन खिलाए जाते हैं. इस मामले में भी कुछ ऐसा ही था. जहां मानसून में देरी की वजह से बारिश नहीं हो रही थी.
गधों से श्मशान में चलवाए हल
बारिश नहीं होने से मंदसौर में गर्मी और उमस से लोग बेहाल थे. मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, ऐसे में एक पुरानी मान्यता के अनुसार अच्छी बारिश के लिए गधों से श्मशान में हल चलवाया गया और वहां पर नमक की बुवाई की गई. हालिया दिनों में मंदसौर सहित पूरे मध्य प्रदेश में झमाझम बारिश हुई.
गुलाब जामुन खिलाने की वीडियो वायरल
झमाझम बारिश होने से मनोकामना पूरी हो गई, इसके बाद मान्यता के अनुसार, मंदसौर में गधों को खूब गुलाब जामुन खिलाए गए. इस मान्यता को अंजाम देते हुए इसकी वीडियो भी बनाई गई. यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है.
इस पर लोग खूब कॉमेंट कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि जब पिछले साल भी बारिश नहीं हो रही थी, तब भी गधों से श्मशान में हल चलवाया गया था और अच्छी बारिश होने पर उन्हें गुलाब जामुन खिलाए गए थे.
ये भी पढ़ें: Bageshwar Dham: 'सुप्रीम कोर्ट की आज्ञा का पालन करना चाहिए, लेकिन...' नेम प्लेट विवाद पर क्या बोले धीरेंद्र शास्त्री?