Mandsour Forest News: मंदसौर जिले में ग्रामीणों की दहशत का पर्याय बन चुके 10 फीट के मगरमच्छ (Crocodile) ने जब वन विभाग के पिंजरे से निकलकर गांधी सागर जलाशय में छलांग लगाई तो इसका वीडियो देखकर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली. मगरमच्छ के साथ-साथ उसके छोटे-छोटे बच्चों को भी जलाशय में छोड़ दिया गया. 

 

वन विभाग (Forest Department) की टीम को सूचना मिली थी कि ग्राम तुम्बड़ी में मादा मगरमच्छ और उसके बच्चे घूम रहे हैं, जिसकी वजह से ग्रामीण दहशत में है. इसी सूचना के आधार पर वनपाल पुष्कर मालवीय, वनरक्षक जीतेंद्र सिंह पवार, सुनील कुमार जैन, सौरभ जैन गांव पहुंचे. पुष्कर मालवीय ने बताया कि ग्राम तुम्बड़ी में वन विभाग की टीम ने मगरमच्छ को बड़ी मशक्कत के बाद पकड़कर पिंजरे में कैद कर लिया.

जलाशय में कूद गई मादा मगरमच्छ

इसके बाद वन विभाग की टीम ने गांधी सागर जलाशय में जाकर मादा मगरमच्छ और उसके बच्चों को छोड़ दिया. जैसे ही वन विभाग की टीम ने पिंजरा ऊंचा किया, वैसे ही मादा मगरमच्छ छलांग लगाती हुई जलाशय में कूद गई. इस दौरान वन विभाग की टीम ने वीडियो बनाकर ग्रामीणों की दहशत दूर करने के लिए उन्हें दिखाया, जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली.

 



बारिश के दौरान हर साल आ जाते हैं मगरमच्छ

शिवना नदी (shivna river) और चंबल नदी (Chambal River) के आसपास बसे गांव के लोगों का कहना है कि बारिश के दौरान हर साल मगरमच्छ आ जाते हैं. ग्रामीण राधेश्याम चौधरी के मुताबिक कई बार तो छोटे मगरमच्छ को ग्रामीण पकड़कर नदी में छोड़ देते हैं. शिवना नदी आगे जाकर चंबल में मिल जाती है, जबकि चंबल नदी में बड़ी संख्या में मगरमच्छ है. जब पानी कम हो जाता है तो मगरमच्छ आसपास के ग्रामीण इलाकों में विचरण कर जाते हैं. इसके बाद बारिश में ग्रामीणों और वन विभाग की टीम द्वारा फिर उन्हें नदी में छोड़ दिया जाता है.