MP Crime News: जबलपुर की वेदिका ठाकुर ने 11 दिन जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष करते हुए आखिरकार दम तोड़ दिया. वेदिका को कथित बीजेपी नेता प्रियांश विश्वकर्मा ने 16 जून को अपने दफ्तर में गोली मार दी थी. फिलहाल प्रियांश धारा 307 के आरोप में जबलपुर सेंट्रल जेल में बंद है. पुलिस ने अब इस मामले में हत्या की धारा 302 जोड़ दी है. 


यहां बताते चलें कि संजीवनी नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत मड़फैया में बिल्डर प्रियांश विश्वकर्मा द्वारा एमबीए की छात्रा वेदिका ठाकुर पर चलाई गई गोली निकाली नहीं जा सकी है. पिछले दो दिनों से छात्रा की हालत नाजुक होती जा रही थी. घायल छात्रा के मल्टी आर्गन फेल हो चुके थे, जिसके चलते मेट्रो अस्पताल में इलाजरत छात्रा जीवन व मृत्यु के बीच संघर्ष कर रही थी.


वेदिका के इलाज में जुटे डॉ. शैलेंद्र राजपूत के मुताबिक गोली छात्रा के दाहिने फेफड़े और पसली को चीर कर लिवर को चोट करते हुए पित्त की थैली एवं खाने की थैली के निचले भाग में पेंक्रियास और छोटी आंत को चोट करते हुए रीढ़ की हड्डी के बाईं ओर टकराकर फंस गई थी. जिसकी वजह से वेदिका के कमर के नीचे के भाग ने काम करना बंद कर दिया था.


शरीर के कई अंगों में चोट लगने की वजह से छाती और पेट में इन्फेक्शन फैल गया था. दो दिन से शरीर के महत्वपूर्ण अंग किडनी, लिवर, फेफड़ा एवं मस्तिष्क ने काम करना बंद कर दिया. उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था. मल्टी आर्गन फेलियर की वजह से वेदिका बेहोशी की स्थिति में थी और आज सोमवार को उसने दम तोड़ दिया. 


प्रियांश भेड़ाघाट बायपास के पास हुआ था गिरफ्तार


यहां बताते चलें कि घायल छात्रा वेदिका ठाकुर ने अस्पताल से बयान जारी कर साफ किया था कि उसे प्रियांश विश्वकर्मा ने ही गोली मारी थी. इसके बाद पुलिस ने प्रियांश के खिलाफ धारा 307 का मुकदमा दर्ज कर प्रियांश को भेड़ाघाट बायपास के पास घेराबंदी करके गिरफ्तार कर लिया था. उससे देविका के ऊपर जानलेवा हमले में इस्तेमाल देसी पिस्टल जब्त कर ली गई थी लेकिन सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर नहीं मिली. आरोपी प्रियांश विश्वकर्मा ने अपना जुर्म कबूल कर लिया था. 


पूर्व में पुलिस ने घायल छात्रा देविका ठाकुर के तहसीलदार के समक्ष दिए बयान के बाद प्रियांश विश्वकर्मा के खिलाफ धारा 307, 34,25/27 आर्म्स एक्ट और 201आईपीसी के तहत अपराध दर्ज किया था. संजीवनी नगर थाना क्षेत्र के मड़फैया स्थित बिल्डर प्रियांश विश्वकर्मा के ऑफिस में गोली लगने से घायल युवती वेदिका सिंह ने पुलिस को दिए बयान में कहा था कि प्रियांश ने ही गोली चलाई थी.


प्रियांश तकरीबन 7 घंटे तक वेदिका को अपनी कार में घुमाता रहा


गोली लगने के बाद वह बेहोश हो गई थी. घटना के बाद आरोपी प्रियांश उसे उसकी सहेली के साथ स्मार्ट सिटी अस्पताल ले गया. इस दौरान प्रियांश ने सेटिंग कर ली थी कि पुलिस को जानकारी न दी जाए. प्रियांश तकरीबन 7 घंटे तक वेदिका को अपनी कार में घुमाता रहा. वेदिका ने पुलिस के समक्ष दिए बयान में बताया कि वह एमबीए की छात्रा है. शुक्रवार 16 जून की दोपहर 1 बजे के करीब वह मोबाइल फोन बेचने के लिए मड़फैया स्थित बिल्डर प्रियांश विश्वकर्मा के ऑफिस गई थी. वहां पर बातचीत के दौरान प्रियांश ने लोडेड पिस्टल उठाई और ट्रिगर दबा दिया. 


आरोपी प्रयास विश्वकर्मा सोशल मीडिया में खुद को बीजेपी का कार्यकर्ता बताता रहा है. वहीं भारतीय जनता पार्टी के नगर अध्यक्ष प्रभात साहू ने एक विज्ञप्ति जारी कर साफ किया कि प्रियांश ना तो पार्टी का पदाधिकारी है और ना ही वह प्राथमिक सदस्य है. हालांकि, सोशल मीडिया पर प्रियांश विश्वकर्मा ने बीजेपी के तमाम आला नेताओं के साथ फोटो और वीडियो अपलोड किए हैं.


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